ZIRAKPUR BYPASS: पंजाब-हियाणा क्षेत्र में यातायात की भीड़ को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, कैबिनेट समिति ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA), पीएम मोदी की अध्यक्षता में, ने 6-लेन जिरकपुर बाईपास के निर्माण को मंजूरी दी है। परियोजना के लिए कुल परिव्यय, 1,878 करोड़ है, और इसे हाइब्रिड एन्युइटी मोड (हैम) के तहत निष्पादित किया जाएगा। 19.2 किमी लंबा खिंचाव NH-7 (Zirakpur-Patiala) के साथ जंक्शन पर शुरू होगा और NH-5 (Zirakpur-Parwanoo) के साथ जंक्शन पर समाप्त होगा।
नया बाईपास इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी और आसानी से यात्रा को बदलने के लिए तैयार है, विशेष रूप से हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और पटियाला की ओर जाने वालों के लिए।
ज़िरकपुर बाईपास प्रोजेक्ट क्या है और यह महत्वपूर्ण क्यों है?
ज़िरकपुर बाईपास पीएम गती शक्ति नेशनल मास्टर प्लान के तहत एक एकीकृत परिवहन प्रणाली विकसित करने की बड़ी योजना में एक महत्वपूर्ण टुकड़ा है। यह रणनीतिक रूप से ज़िरकपुर और पंचकुला के घनी आबादी वाले शहरों में भीड़ को कम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। बाईपास वाहनों को शहरी यातायात स्नर्ल से बचने में मदद करेगा, जिससे चिकनी और तेज़ आंदोलन सुनिश्चित होगा।
यह परियोजना पंजाब गवर्नमेंट मास्टर प्लान का भी समर्थन करती है, जिसका उद्देश्य परिवहन को सुव्यवस्थित करना और लंबी दूरी के यात्रियों के लिए यात्रा में देरी को कम करना है।
ज़िरकपुर बाईपास कहां से शुरू और समाप्त होता है?
19.2 किमी लंबा बाईपास जिरकपुर-पातियाला (एनएच -7) जंक्शन पर शुरू होगा और पंचकुला, हरियाणा में ज़िरकपुर-पार्वानू (एनएच -5) जंक्शन पर समाप्त होगा। यह पटियाला, मोहाली एरोकिटी, या हिमाचल प्रदेश से आने वाले वाहनों को ज़िरकपुर की भीड़ वाली आंतरिक सड़कों को बायपास करने की अनुमति देगा।
फोटोग्राफ: (ians)
एक सीधा मार्ग बनाकर, यह बाईपास न केवल यात्रा के समय को कम करेगा, बल्कि शहरी क्षेत्रों में कम यातायात वाले स्थानीय निवासियों को भी लाभान्वित करेगा।
6-लेन ज़िरकपुर बाईपास कैसे बनाया जाएगा?
परियोजना को हाइब्रिड एन्युइटी मोड (हैम) का उपयोग करके बनाया जाएगा। इस मॉडल के तहत, 40% फंडिंग सरकार द्वारा प्रदान की जाती है, जबकि शेष 60% निजी डेवलपर्स द्वारा उठाया जाता है। सार्वजनिक और निजी निवेश का यह मिश्रण तेजी से निष्पादन और बेहतर गुणवत्ता बुनियादी ढांचे को प्रोत्साहित करता है।
यह परियोजना बड़ी योजना में कैसे फिट होती है?
यह बाईपास रिंग रोड नेटवर्क बनाकर चंडीगढ़, मोहाली और पंचकुला में यातायात दबाव को कम करने के लिए एक व्यापक दृष्टि का हिस्सा है। ज़िरकपुर बाईपास प्रमुख राजमार्गों को जोड़ने और लागत प्रभावी और समय पर क्षेत्रीय गतिशीलता में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ज़िरकपुर बाईपास प्रोजेक्ट में, 1,878 करोड़ का निवेश करके, सरकार एक बेहतर भविष्य के लिए आधार तैयार कर रही है।