ईयर एंडर 2024: कंगना, प्रियंका और महुआ जैसी महिला नेताओं ने भारतीय राजनीति में सुर्खियां बटोरीं

ईयर एंडर 2024: कंगना, प्रियंका और महुआ जैसी महिला नेताओं ने भारतीय राजनीति में सुर्खियां बटोरीं

वर्ष 2024 का अंत भारतीय राजनीति में महिलाओं के लिए एक नरक चरण था। जितना हो सका उन्होंने सुर्खियां बटोरीं। चाहे वह कंगना रनौत की राजनीतिक जीत हो या प्रियंका गांधी, महुआ मोइत्रा या किसी तरह की वापसी के बाद आतिशी सिंह का शीर्ष पर आना, सूची लंबी और दिलचस्प रही है। यहां उन महिलाओं पर एक नजर है जिन्होंने 2024 में सुर्खियां बटोरीं।

बॉलीवुड में नाम कमा चुकीं कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश की मंडी लोकसभा सीट जीतकर राजनीतिक मैदान में कदम रखा। अपने मुखर स्वभाव की आलोचना के बावजूद कंगना राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहीं। कांग्रेस नेता विक्रमादित्य पर उनकी जीत महत्वपूर्ण थी, क्योंकि इससे पता चला कि उनका साहसी व्यक्तित्व राजनीति में आगे बढ़ सकता है।

ईयर एंडर 2024: प्रियंका गांधी का संसद में डेब्यू

प्रियंका गांधी भारतीय राजनीति में एक जाना पहचाना नाम हैं। 2024 में उन्होंने चुनाव लड़कर और वायनाड सीट जीतकर एक उल्लेखनीय कदम उठाया। संसद में प्रवेश करते हुए, प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी की विरासत को आगे बढ़ाया और एनडीए के खिलाफ विपक्षी गुट में कांग्रेस का नेतृत्व प्रदान करने के अपने प्रयासों को जारी रखा। 2024 में महत्वपूर्ण लोकसभा चुनावों के दौरान उनके नेतृत्व ने देश को एक मजबूत विपक्षी आवाज दी।

महुआ मोइत्रा की राजनीति में वापसी

अस्थायी निष्कासन का सामना करने के बाद टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने संसद में उल्लेखनीय वापसी की। अपने मुखर स्वभाव के लिए मशहूर मोइत्रा की वापसी उनके करियर के लिए एक विजयी क्षण रही। संसद में उनके ओजस्वी भाषणों और सामाजिक न्याय और जवाबदेही के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से उन्हें व्यापक पहचान मिली।

आतिशी सिंह: दिल्ली सरकार का नेतृत्व कर रही हैं

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सिंह की किस्मत 2024 में चमक गई। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद ऐसा लग रहा था कि दिल्ली पर आम आदमी पार्टी की पकड़ ढीली हो जाएगी। हालाँकि, आतिशी ने मौके का फायदा उठाया और कुशलतापूर्वक सरकार का नेतृत्व किया और पार्टी की एकता बनाए रखी।

स्वाति मालीवाल का संघर्ष और वकालत

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल लंबे समय से महिला अधिकारों की समर्थक रही हैं। वह 2024 में एक व्यक्तिगत लड़ाई से गुजर चुकी हैं। अपनी ही पार्टी द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने के बावजूद, उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखा और एक बड़ा बदलाव लाया।

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