झारखंड के गिरिदीह जिले में एक दुखद घटना की सूचना दी गई थी जिसमें एक महिला ने अपना जीवन खो दिया था और छह परिवार के सदस्य एक पेट्रोल हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए थे जिसने एक विनाशकारी आग पैदा कर दी थी। मुफासिल पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में शिटलपुर इलाके इस घटना की साइट थी जिसमें हमलावरों ने घर में खिड़की से पेट्रोल डाला, जिसके परिणामस्वरूप एक बड़ा विस्फोट हुआ।
घटना का विवरण
घर के सिर उमेश दास के अनुसार, वे सो रहे थे जब उन्होंने पानी गिरने की आवाज़ सुनी। जब वे जांच करने के लिए बाहर गए, तो उन्होंने पाया कि यह पानी नहीं था, लेकिन पेट्रोल जो घर के चारों ओर डाला गया था। घर का दरवाजा बाहर से बंद था, और वे अंदर फंस गए थे। हमलावर ने एक मैच के साथ पेट्रोल जलाया, जिससे घर में आग लग गई। आग इतनी तेजी से फैल गई, जिससे बाद में विस्फोट हुआ, इस प्रकार संरचना के एक बड़े हिस्से को नष्ट कर दिया। छत गंभीर रूप से प्रभावित हुई, जबकि ईंटें दीवारों से गिर गईं।
हताहतों की संख्या और चोटें
उमेश की सास बेडानी देवी ने आग में अपना जीवन खो दिया; उनकी पत्नी सबिता देवी, ससुर तुकून रविदास, और बेटे सनी गंभीर जले हुए चोटों के साथ बच गए। अधिकारियों द्वारा यह कहा गया है कि रिम्स में स्थानांतरित होने के बाद उनकी स्थिति महत्वपूर्ण है। इसी तरह, सनी को इस तरह की स्थिति में चोटों के साथ पाया गया था। एक भाई संदीप कुमार बहन लक्ष्मी कुमारी के साथ वर्तमान में उपचार के अधीन हैं। वह भी खराब जलता है, लेकिन जैसा कि अब एक स्थिर स्थिति में कहा जाता है।
परिवार का झटका और पुलिस जांच
उमेश दास ने कहा कि उनकी सास और ससुर घटना से एक दिन पहले कोलकाता से अपने घर आए थे। उनकी सास जीवित नहीं है और उनके ससुर को एक खतरनाक स्थिति में छोड़ दिया जाता है। उमेश ने पुष्टि की कि परिवार को कभी किसी के साथ कोई विवाद नहीं था और हमले के बारे में पूरी तरह से रहस्यमय था।
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स्थानीय पुलिस ने मामले पर एक जांच शुरू की है, और अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि यह जघन्य अपराध किसने किया। परिवार व्याकुल है, और समुदाय अभी भी दुखद घटना पर सदमे में है।