भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन बनेगा, इस पर अटकलें लगाई जा रही हैं। इस महत्वपूर्ण पद पर कौन आएगा और संगठन को आगे बढ़ाने में कौन सक्षम होगा, इस बारे में राजनीतिक हलकों और सोशल मीडिया पर सवाल उठ रहे हैं।
हाल ही में सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों ने पार्टी के अंदरूनी लोगों के बीच गहरी बातचीत को और बढ़ा दिया है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के अलवर दौरे को भी इन अटकलों से जोड़ा गया है। भागवत और राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बीच हुई मुलाकात ने खास तौर पर ध्यान खींचा है, क्योंकि उनका नाम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए एक प्रमुख उम्मीदवार के रूप में उभरा है।
वसुन्धरा राजे को मिल सकती है बीजेपी की कमान!@वसुंधराबीजेपी pic.twitter.com/P8gEIfnwF7
— द खटक (@TheKhatak) 26 सितंबर, 2024
सूत्रों से पता चलता है कि राजे का नाम सामने आने से पहले, आरएसएस कथित तौर पर इस भूमिका के लिए संजय जोशी का नाम प्रस्तावित करने के लिए इच्छुक था। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और मौजूदा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सिफारिश की थी। अब यह अफवाह है कि आरएसएस ने चौहान के नाम को खारिज कर दिया है और वसुंधरा राजे को शीर्ष नेतृत्व की भूमिका के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार बताया है।
राजे को भाजपा में एक मजबूत नेता माना जाता है और उनका नाम पार्टी के भीतर विभिन्न अटकलों का विषय रहा है।
वसुन्धरा राजे को मिले पार्टी की कमान!
– दिनेश बोहरा (@dineshbohrabmr) 26 सितंबर, 2024
इस विषय पर सोशल मीडिया पर चर्चाएं जोर पकड़ चुकी हैं, जिसमें लोग संभावित नेतृत्व परिवर्तन पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। भाजपा के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, यह निर्णय आने वाले दिनों में पार्टी की दिशा और नेतृत्व को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित कर सकता है।
यह देखना अभी बाकी है कि आरएसएस और भाजपा नेतृत्व क्या रणनीति अपनाएगा और निकट भविष्य में स्थिति कैसी होगी। जैसे-जैसे चर्चा जारी रहेगी, भाजपा में राजनीतिक परिदृश्य में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।