भारतीय दल के लिए एक बड़ी राहत की बात यह रही कि कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट (CAS) ने गुरुवार को पेरिस ओलंपिक 2024 में अपनी अयोग्यता के खिलाफ विनेश फोगाट की अपील स्वीकार कर ली। अगर CAS अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) से अपना फैसला वापस लेने के लिए कहता है तो यह दिग्गज पहलवान रजत पदक जीत सकती है।
फोगाट ने महिलाओं के 50 किग्रा वर्ग में तीन सनसनीखेज जीत के बाद फाइनल में प्रवेश किया और 33वें ग्रीष्मकालीन खेलों में भारत की पहली स्वर्ण पदक की उम्मीदों को बढ़ाया। लेकिन आयोजकों ने बुधवार को यूएसए की सारा हिल्डेब्रांट के खिलाफ अंतिम मुकाबले से कुछ घंटे पहले पहलवान को अधिक वजन का हवाला देते हुए अयोग्य घोषित करके भारतीय दल को चौंका दिया।
आईओए ने खुलासा किया कि हरियाणा की 29 वर्षीय पहलवान का वजन उसके वर्ग से सिर्फ 100 ग्राम अधिक था और उसे रजत पदक से भी वंचित कर दिया गया। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) और आईओए ने अयोग्य ठहराए जाने का कड़ा विरोध किया और पहलवान ने बुधवार को पंचाट न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।
हताश और निराश फोगाट ने गुरुवार को कुश्ती से संन्यास लेकर खेल जगत को चौंका दिया।
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