रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक लिखित जवाब में राज्यसभा को बताया कि पिछले तीन वर्षों में ट्रेनों में अपुष्ट टिकट वाले यात्रियों की भीड़भाड़ के कारण मृत्यु की एक भी घटना नहीं हुई है। वैष्णव का यह बयान आप सांसद राघव चड्ढा द्वारा पिछले तीन वर्षों में ट्रेनों में अपुष्ट टिकट वाले यात्रियों की भीड़भाड़ के कारण मृत्यु दर में वृद्धि के संबंध में उठाए गए सवालों के जवाब में आया है।
चड्ढा ने 2019 से दोषपूर्ण रेल बुनियादी ढांचे के कारण हुई दुर्घटनाओं का राज्यवार ब्यौरा और बार-बार घटनाओं के बावजूद बर्थों के लिए पूर्ण सुरक्षा तंत्र लागू करने में रेलवे की विफलता के कारणों के बारे में भी जानकारी ली।
वैष्णव ने कहा, “पिछले तीन वर्षों के दौरान ट्रेनों में बिना कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों की भीड़ के कारण मौत की कोई घटना नहीं हुई है। इसके अलावा, पिछले 5 वर्षों के दौरान दोषपूर्ण ट्रेन बुनियादी ढांचे के कारण दुर्घटना की कोई घटना नहीं हुई है।”
उन्होंने कहा, “यात्रियों की यात्रा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भारतीय रेलवे विभिन्न प्रकार की नियमित समय सारणी वाली रेलगाड़ियां चलाती है, जैसे उपनगरीय, कम दूरी की यात्री रेलगाड़ियां, लंबी दूरी की/मेल/एक्सप्रेस/सुपरफास्ट रेलगाड़ियां, जो विभिन्न वर्गों के यात्रियों के लिए अलग-अलग संरचना वाली होती हैं।”
वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे यात्रा करने वाले यात्रियों को अतिरिक्त सुविधा प्रदान करने के अपने निरंतर प्रयास में त्योहारों, छुट्टियों आदि के दौरान विशेष ट्रेन सेवाएं संचालित करती है और अतिरिक्त मांग को पूरा करने के लिए स्थायी और अस्थायी दोनों आधार पर ट्रेनों का भार भी बढ़ाती है।
(पीटीआई इनपुट्स के साथ)
यह भी पढ़ें | अश्विनी वैष्णव ने संसद में खोया आपा, कहा ‘हम रील बनाने वाले लोग नहीं हैं…’ | देखें