राजस्थान के उदयपुर जिले में सांप्रदायिक हिंसा की वजह बने एक 15 वर्षीय लड़के की सोमवार को मौत हो गई, जिसे उसके सहपाठी ने चाकू मार दिया था। उदयपुर कलेक्टर अरविंद पोसवाल के अनुसार, उसकी मौत से कुछ समय पहले, उसकी बहन ने रक्षाबंधन पर अस्पताल में उसकी कलाई पर राखी बांधी थी। उदयपुर जोन के पुलिस महानिरीक्षक अजयपाल लांबा ने कहा कि सोमवार को इलाज के दौरान लड़के की मौत हो गई और शव को पोस्टमार्टम के लिए शवगृह में भेज दिया गया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, “पोस्टमॉर्टम के बाद शव को उसके परिवार को सौंप दिया जाएगा।” अधिकारियों के अनुसार, अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा।
उदयपुर हिंसा: अस्पताल के आसपास सुरक्षा बढ़ाई गई, ‘केस ऑफिसर स्कीम’ के तहत मामला दर्ज
इंडिया एक्सप्रेस के अनुसार, लड़के की मौत के बाद जिला प्रशासन ने अस्पताल के आसपास अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है। अजय पाल लांबा ने लोगों से शांति बनाए रखने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने का अनुरोध किया। उन्होंने यह भी बताया कि मामला केस ऑफिसर स्कीम के तहत दर्ज किया गया है, जो किसी विशिष्ट मामले के लिए अदालती आदेश प्राप्त करने के लिए अधिकारियों को नामित करता है, ताकि त्वरित समाधान सुनिश्चित हो सके।
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पुलिस ने बताया कि शहर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है और शुक्रवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के मद्देनजर मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित कर दी गई हैं तथा इसे मंगलवार रात 10 बजे तक 24 घंटे के लिए निलंबित कर दिया जाएगा।
पीटीआई के अनुसार, अधिकारियों ने यह भी पुष्टि की कि जिला अस्पताल के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के विभिन्न हिस्सों में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
देवराज नामक लड़के पर शुक्रवार को उसके स्कूल के बाहर एक साथी छात्र ने किसी अज्ञात मुद्दे पर हमला कर दिया। घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया। विरोध में हिंदू समूहों के सदस्यों ने एक मोटर गैराज में कारों को आग लगा दी और एक मॉल में एक दुकान में तोड़फोड़ की।