बेंगलुरु — भाद्रपद माह की शुरुआत होते ही हिंदू भक्त पवित्र तुलसी पूजा की तैयारी कर रहे हैं, एक ऐसी परंपरा जो वित्तीय स्थिरता को बढ़ाती है और समृद्धि लाती है। यह शुभ महीना, जो हिंदू कैलेंडर का छठा महीना है, देवी लक्ष्मी के प्रतीक के रूप में पूजनीय तुलसी के पौधे का सम्मान करने के लिए आदर्श माना जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दौरान तुलसी के पौधे को कुछ खास चीजें चढ़ाने से वित्तीय समस्याएं दूर होती हैं और धन की प्राप्ति होती है। भाद्रपद माह में चढ़ाने के लिए यहां चार अनुशंसित चीजें दी गई हैं:
कपूर: भक्तों को कपूर को बारीक पीसकर लाल कपड़े पर रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इस चूर्ण को हर शाम तुलसी के पौधे को अर्पित करना चाहिए। माना जाता है कि स्नान के बाद की जाने वाली यह रस्म व्यक्ति के जीवन में किसी भी दोष या नकारात्मकता को दूर करती है।
चंदन का लेप: इस पवित्र महीने के दौरान तुलसी के पौधे पर रोजाना चंदन का लेप लगाने से घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। ऐसा माना जाता है कि यह अभ्यास परिवार के सभी सदस्यों के लिए शुभता और आशीर्वाद लाता है।
कलावा धागा: हिंदू धर्म में इसे पवित्र धागा माना जाता है, कलावा में त्रिमूर्ति देवताओं की दिव्य उपस्थिति का प्रतीक माना जाता है। भाद्रपद के दौरान तुलसी के पौधे के चारों ओर यह धागा बांधने से उनका आशीर्वाद और सुरक्षा मिलती है।
कुमकुम: धन को आकर्षित करने की अपनी शक्ति के लिए जानी जाने वाली कुमकुम को पूजा के दौरान तुलसी के पौधे पर चढ़ाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि यह चढ़ावा आर्थिक कठिनाइयों को दूर करता है और मौद्रिक समस्याओं को उत्पन्न होने से रोकता है।
भाद्रपद महीने में ये अनुष्ठान और प्रसाद चढ़ाकर, भक्त वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने और धन की देवी लक्ष्मी से आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं। यह परंपरा कई हिंदुओं के लिए आध्यात्मिक और वित्तीय कल्याण का एक अभिन्न अंग बनी हुई है।