संरक्षित खेती तकनीक के ज़रिए किसान अपनी उपज और आय दोनों बढ़ा सकते हैं। इस तकनीक का इस्तेमाल करके किसान खास सब्ज़ियाँ, पत्तेदार सब्ज़ियाँ, फल, फूल और नर्सरी के पौधे उगा सकते हैं, जो ऊँचे दामों पर बिकते हैं। इसके अलावा, कई ऐसी कृषि उपजें हैं जो सिर्फ़ इसी तकनीक से उगाई जा सकती हैं। इस तकनीक से उत्पादन और आय तीन से चार गुना तक बढ़ सकती है। रूरलवॉयस एग्रीटेक शो के इस वीडियो एपिसोड में हमारे विशेषज्ञ और इस तकनीक को अपनाने वाले एक किसान द्वारा इसी मुद्दे पर बात की गई है। इस शो को देखकर किसानों को ज़रूरी जानकारी मिलेगी।
संरक्षित खेती तकनीक के ज़रिए किसान अपनी उपज और आय दोनों बढ़ा सकते हैं। इस तकनीक का इस्तेमाल करके किसान खास सब्ज़ियाँ, पत्तेदार सब्ज़ियाँ, फल, फूल और नर्सरी के पौधे उगा सकते हैं, जो ऊँचे दामों पर बिकते हैं। इसके अलावा, कई ऐसी कृषि उपजें हैं जो सिर्फ़ इसी तकनीक से उगाई जा सकती हैं। इस तकनीक से उत्पादन और आय तीन से चार गुना तक बढ़ सकती है। रूरलवॉयस एग्रीटेक शो के इस वीडियो एपिसोड में हमारे विशेषज्ञ और इस तकनीक को अपनाने वाले एक किसान द्वारा इसी मुद्दे पर बात की गई है। इस शो को देखकर किसानों को ज़रूरी जानकारी मिलेगी।
इस कार्यक्रम के विशेषज्ञ भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा, नई दिल्ली के संरक्षित खेती तकनीक केंद्र (CPCT) के प्रधान वैज्ञानिक डॉ अवनी सिंह हैं। संरक्षित खेती तकनीक को व्यवहार में लाने वाले किसान अभिषेक गुप्ता ने इस कार्यक्रम में अपने अनुभव साझा किए हैं और बताया है कि इस तकनीक को अपनाने से उन्हें किस तरह से लाभ हुआ है। रूरलवॉयस एग्रीटेक शो का यह कार्यक्रम रूरलवॉयस के यूट्यूब चैनल रूरलवॉयसइन पर उपलब्ध है। आप इस कार्यक्रम को क्लिक करके भी देख सकते हैं। https://youtu.be/UAZKyN4QkKY जोड़ना।