अखिलेश यादव: हाल ही में हुए घटनाक्रम में, सुल्तानपुर डकैती मामले के एक आरोपी अनुज प्रताप सिंह को उन्नाव के अचलगंज में यूपी एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया है। इस घटना ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है, समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता अखिलेश यादव ने यूपी सरकार की कार्रवाई की निंदा की है। यह मुठभेड़ एक अन्य सह-आरोपी मंगेश यादव की पहले की हत्या के बाद हुई है। 28 अगस्त को सुल्तानपुर में एक ज्वैलर्स की दुकान पर डकैती हुई थी, जिसमें दोनों आरोपी शामिल थे।
अखिलेश यादव की कड़ी प्रतिक्रिया
सबसे कमजोर लोग समर्थक को अपनी शक्ति मानते हैं। किसी का भी फ़ार्ज़ी सपोर्ट नैंसाफ़ी है।
हिंसा और रक्त से यूपी की छवि को घूमना यूपी के भविष्य के लिए एक बड़ा षड्यंत्र है। आजके विशेषज्ञ जानते हैं कि वो भविष्य में फिर कभी वापस नहीं आएंगे। ऐसे जाते हैं वो-जाते…
-अखिलेश यादव (@yadavkhiles) 23 सितंबर, 2024
अखिलेश यादव ने अपनी चिंता व्यक्त करने के लिए एक्स (पूर्व में ट्विटर) का सहारा लिया। उन्होंने कहा, “सबसे कमजोर लोग एनकाउंटर को अपनी ताकत समझते हैं। कोई भी फर्जी एनकाउंटर अन्याय है। हिंसा और खून-खराबे से यूपी की छवि खराब करना यूपी के भविष्य के खिलाफ एक बड़ी साजिश है। आज सत्ता में बैठे लोग जानते हैं कि भविष्य में वे कभी दोबारा नहीं चुने जाएँगे। इसीलिए, जाने से पहले वे यूपी में ऐसी स्थिति बनाना चाहते हैं कि कोई भी राज्य में न आए और न ही निवेश करे। जिस तरह से यूपी की जागरूक जनता ने उन्हें लोकसभा चुनाव में हराया, उसका बदला भाजपा ले रही है। जिनका अपना कोई भविष्य नहीं होता, वे दूसरों का भविष्य खराब करते हैं। निंदनीय!”
फर्जी मुठभेड़ के आरोप
समाजवादी पार्टी ने अनुज प्रताप सिंह के एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए योगी सरकार पर बड़े अपराधियों को बचाने का आरोप लगाया है। सपा प्रवक्ता उदयवीर सिंह ने एनकाउंटर को साजिश बताते हुए सवाल किया कि क्या आरोपी सुल्तानपुर के पास अपनी मौत का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहले एक यादव मारा गया और अब एक ठाकुर मारा गया। इससे पता चलता है कि एसटीएफ बदला चुका रही है।
राजनीतिक परिणाम और जातिगत गतिशीलता
मंगेश यादव के एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। पहले सपा ने सरकार पर जाति विशेष को निशाना बनाने का आरोप लगाया था, अब अनुज प्रताप सिंह की मौत के बाद उसके पिता ने कहा कि एक ठाकुर की हत्या से अखिलेश यादव की इच्छा पूरी हो गई है।
अनुज प्रताप सिंह के पिता कर्मज सिंह कहते हैं, “अनुज मेरा बेटा था। सूरत में उस पर सिर्फ़ एक केस था और सुल्तानपुर केस में उसका नाम जुड़ा था। पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार दिया, लेकिन हमें कुछ नहीं बताया गया। वह 3 मई को गांव आया और 4 जून को चला गया। खैर, कम से कम अखिलेश यादव की मुराद तो पूरी हुई। अब एक ठाकुर भी मारा गया है तो उन्हें संतोष होगा। 35-40 केस वाले लोग हैं, लेकिन उनका एनकाउंटर नहीं होता। जिन पर 1-2 केस हैं, उन्हें मारा जा रहा है। सरकार जो चाहती है, कर रही है।”
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