लोकप्रिय खाद्य और किराना डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी ने बुधवार को शेयर बाजार में शानदार शुरुआत देखी, जिसके शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर शुरुआती पेशकश मूल्य से लगभग 8% ऊपर सूचीबद्ध हुए। ₹390 की शुरुआती कीमत, एनएसई पर स्विगी शेयरों की शुरुआती कीमत में निर्गम मूल्य से 7.69% की वृद्धि देखी गई। बीएसई पर शेयरों की शुरुआत ₹412 पर हुई।
शानदार शुरुआत के बाद शुरुआती कारोबारी घंटों में कंपनी का बाजार पूंजीकरण बढ़कर ₹89,549 करोड़ हो गया है। विकास की कहानी पर निवेशकों के उच्च विश्वास ने इसे काफी ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। स्विगी का ₹11,327 करोड़ का आईपीओ शुक्रवार को बंद होने तक 3.59 गुना सब्सक्राइब हो गया था, जो संस्थागत और खुदरा निवेशकों की ठोस मांग को दर्शाता है।
स्विगी आईपीओ विवरण
स्विगी के आईपीओ की कीमत ₹371-390 प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर थी। ताज़ा इश्यू का आकार ₹4,499 करोड़ था, जबकि ऑफर-फॉर-सेल में ₹6,828 करोड़ का प्रस्ताव शामिल किया गया है। नए इश्यू से प्राप्त आय का उपयोग स्विगी की प्रौद्योगिकी और क्लाउड बुनियादी ढांचे को बढ़ाने, प्रचार गतिविधियों के लिए इसका अधिक उपयोग करके ब्रांड को मजबूत करने और ऋण दायित्वों को कम करने के लिए किया जाना चाहिए। धनराशि का उपयोग संभावित अधिग्रहणों और अन्य कॉर्पोरेट आवश्यकताओं के लिए किया जा सकता है, जैसा कि कंपनी के मसौदा दस्तावेजों में दर्शाया गया है।
स्विगी के आईपीओ ने विशेष रूप से संस्थागत निवेशकों की ओर से बहुत रुचि आकर्षित की, जिन्होंने इस ब्रांड को भारत के प्रमुख खाद्य वितरण प्लेटफार्मों में से एक पाया। इतनी अधिक रुचि के कारण पूर्ण सदस्यता प्राप्त हुई और यह स्विगी के भविष्य के विस्तार के प्रति बाजार की आशावाद को दर्शाता है।
स्विगी का स्टॉक प्रदर्शन और मार्केट आउटलुक
एनएसई और बीएसई पर स्विगी की शानदार लिस्टिंग हुई है। विश्लेषकों के मुताबिक, बाजार की स्थिति के साथ-साथ कंपनी के उत्कृष्ट बुनियादी सिद्धांत लंबी अवधि के निवेशकों के लिए बहुत आकर्षक हैं। जैसे-जैसे ग्राहक सुविधाजनक और तेज़ डिलीवरी समाधान तलाशते रहते हैं, भारतीय खाद्य डिलीवरी बाज़ार बढ़ता जा रहा है। स्विगी के सुस्थापित ब्रांड और किराना डिलीवरी में रणनीतिक विविधीकरण ने प्रतिस्पर्धी उद्योग में इसके प्रति काफी आकर्षण बढ़ा दिया है।
शुरुआती ट्रेडिंग सफलता स्विगी की ब्रांड और अंतर्निहित प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म दोनों का उपयोग करके भविष्य में विकास हासिल करने की क्षमता को रेखांकित करती है। इसके अतिरिक्त, ऋण में कमी और संभावित अधिग्रहण कंपनी की बाजार में ताकत बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा हैं।
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