योग से अपने दिन की शुरुआत करना आपकी ऊर्जा को बढ़ाने, आपके मूड को बेहतर बनाने और पूरे दिन के लिए सकारात्मक माहौल बनाने का एक शानदार तरीका है। योग न केवल लचीलापन और ताकत बढ़ाने में मदद करता है बल्कि मन को शांत भी करता है, जो एक उत्पादक दिन के लिए आवश्यक है। यदि आप योग में नए हैं, तो चिंता न करें! ये पाँच शुरुआती अनुकूल आसन आपकी सुबह की दिनचर्या के लिए एकदम सही हैं।
1. ताड़ासन (पर्वत मुद्रा)
ताड़ासन या माउंटेन पोज़ एक सरल खड़ी मुद्रा है जो मुद्रा और संतुलन को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह आपके अभ्यास को शुरू करने का एक शानदार तरीका है क्योंकि यह आपको स्थिर करने में मदद करता है और आपके शरीर के प्रति जागरूकता लाता है।
इसे कैसे करना है: अपने पैरों को एक साथ रखें, हाथों को बगल में रखें। अपने वजन को दोनों पैरों पर समान रूप से वितरित करें। अपनी हथेलियों को एक-दूसरे के सामने रखते हुए अपनी बाहों को ऊपर की ओर फैलाते हुए गहरी सांस लें। कुछ सांसों के लिए इस मुद्रा में रहें, फिर सांस छोड़ते हुए अपनी बाहों को नीचे लाएं।
2. अधो मुख संवासन (नीचे की ओर मुख वाला कुत्ता)
अधोमुख श्वानासन योग का एक आधारभूत आसन है जो पूरे शरीर, खास तौर पर हैमस्ट्रिंग, पिंडलियों और कंधों को खींचता है। यह मन को शांत करने और तनाव दूर करने में भी मदद करता है।
इसे कैसे करना है: अपने हाथों और घुटनों के बल पर शुरुआत करें। अपने कूल्हों को छत की ओर उठाएँ, अपने पैरों को सीधा करें और अपने शरीर के साथ एक उल्टा V आकार बनाएँ। अपने हाथों को कंधे की चौड़ाई से और अपने पैरों को कूल्हे की चौड़ाई से अलग रखें। कुछ साँसों के लिए रुकें, अपनी रीढ़ को लंबा करने पर ध्यान केंद्रित करें।
3. भुजंगासन (कोबरा मुद्रा)
भुजंगासन या कोबरा पोज़ पीठ को स्ट्रेच करने और छाती को खोलने के लिए बहुत बढ़िया है। यह तनाव और थकान को दूर करने में भी मदद करता है, जिससे यह सुबह के लिए एक बेहतरीन पोज़ बन जाता है।
इसे कैसे करना है: अपने पैरों को फैलाकर और अपने पैरों के ऊपरी हिस्से को फर्श पर रखकर अपनी चटाई पर लेट जाएँ। अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखें, कोहनी आपके शरीर के करीब हों। साँस लेते हुए धीरे-धीरे अपनी छाती को ज़मीन से ऊपर उठाएँ, अपनी निचली पसलियों को ज़मीन पर टिकाएँ। कुछ साँसों के लिए इस मुद्रा में रहें, फिर साँस छोड़ते हुए छोड़ें।
4. वीरभद्रासन I (योद्धा I मुद्रा)
योद्धा I एक शक्तिशाली खड़ी मुद्रा है जो पैरों को मजबूत करती है, कूल्हों को खोलती है और छाती और कंधों को फैलाती है। यह आपके शरीर को ऊर्जावान बनाने और ध्यान केंद्रित करने का एक शानदार तरीका है।
इसे कैसे करना है: अपने पैरों को कमर की चौड़ाई के बराबर दूरी पर रखकर खड़े हो जाएँ। अपने बाएँ पैर को लगभग 3-4 फ़ीट पीछे ले जाएँ और उसे थोड़ा बाहर की ओर मोड़ें। अपने बाएँ पैर को सीधा रखते हुए अपने दाएँ घुटने को मोड़ें। अपनी भुजाओं को ऊपर की ओर उठाएँ, हथेलियाँ एक-दूसरे की ओर हों। कुछ साँसों के लिए इसी मुद्रा में रहें, फिर करवट बदलें।
5. बालासन (बाल मुद्रा)
चाइल्ड पोज़ एक रिस्टोरेटिव पोज़ है जो शरीर और दिमाग को आराम देने में मदद करता है। यह आपके सुबह के अभ्यास के बाद या दिन के दौरान किसी भी समय जब आपको तनाव से मुक्ति की आवश्यकता हो, ठंडा होने के लिए एकदम सही है।
इसे कैसे करना है: अपने हाथों और घुटनों के बल पर शुरू करें, फिर अपनी एड़ियों पर वापस बैठ जाएँ। अपनी छाती को अपनी जाँघों की ओर नीचे करें, अपनी भुजाओं को आगे की ओर या अपने शरीर के साथ-साथ फैलाएँ। अपने माथे को चटाई पर टिकाएँ और गहरी साँस लें। जब तक आपको ज़रूरत हो, इस मुद्रा में रहें।
अपनी सुबह की दिनचर्या में इन पाँच शुरुआती योग आसनों को शामिल करने से आपका पूरा दिन सकारात्मक हो सकता है। अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करना और मन लगाकर चलना याद रखें, जिससे आपका शरीर प्रत्येक मुद्रा में सहज हो सके। लगातार अभ्यास से, आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार देखेंगे। तो, अपनी चटाई बिछाएँ और योग के उपहार के साथ अपना दिन शुरू करें!
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