पैरालंपिक हीरोज मीट में रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया ने पीएम मोदी को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

पैरालंपिक हीरोज मीट में रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया ने पीएम मोदी को दी भावभीनी श्रद्धांजलि

\पीएम मोदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में अपने आवास पर भारत के पैरालंपिक नायकों की मेज़बानी की। उन्होंने पेरिस पैरालंपिक 2024 में अपनी उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए एथलीटों को सम्मानित किया। यह कार्यक्रम अविस्मरणीय क्षणों से भरा था। इसमें विजय, दृढ़ संकल्प और सौहार्द का सार समाहित था। इन क्षणों में रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया और भाला फेंक खिलाड़ी नवदीप सिंह ने पीएम मोदी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया की पीएम मोदी को भावभीनी श्रद्धांजलि

शाम के मुख्य आकर्षणों में प्रधानमंत्री मोदी और रजत पदक विजेता योगेश कथुनिया के बीच हुई मार्मिक बातचीत थी। बातचीत के दौरान कथुनिया ने प्रधानमंत्री मोदी की पहल की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “मैं अपनी निरंतरता का श्रेय आपको देता हूं, क्योंकि आपने जो योजनाएं शुरू की हैं- टॉप्स, खेलो इंडिया और अन्य। आपकी वजह से ही हम 29 पदक जीत पाए हैं। दूसरों के लिए पीएम का मतलब प्राइम मिनिस्टर होता है, लेकिन हमारे लिए पीएम का मतलब परम मित्र होता है।”

जेवलिन थ्रोअर नवदीप के साथ प्रधानमंत्री मोदी का हल्का-फुल्का पल

इस समारोह का एक और अविस्मरणीय क्षण प्रधानमंत्री मोदी और भाला फेंक खिलाड़ी नवदीप के बीच बातचीत थी। माहौल तब खुशनुमा हो गया जब प्रधानमंत्री मोदी ने पेरिस ओलंपिक से नवदीप के वायरल जश्न के वीडियो के बारे में पूछा। इस सवाल ने उपस्थित लोगों में हंसी की लहर दौड़ा दी और शाम को और भी मजेदार बना दिया। नवदीप ने प्रधानमंत्री मोदी को अपनी टोपी भेंट करके एक निजी स्पर्श जोड़ा। उन्होंने प्रधानमंत्री से अपने बाएं हाथ पर हस्ताक्षर करने का भी अनुरोध किया – जिस हाथ से वे भाला फेंकते हैं। मुस्कुराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने नवदीप के हाथ पर हस्ताक्षर किए और मजाकिया अंदाज में कहा कि उन दोनों में एक समानता है: दोनों बाएं हाथ के हैं।

भारत की पैरालंपिक सफलता का जश्न

पेरिस में 2024 पैरालिंपिक में भारत की अविश्वसनीय उपलब्धि के बाद, यह आयोजन हुआ। कुल 29 पदकों के साथ – सात स्वर्ण, नौ रजत और तेरह कांस्य – भारतीय टीम घर वापस आ गई। भारत के एथलीटों ने इस उपलब्धि के साथ अपनी प्रतिभा और दृढ़ता साबित की है, जो पैरालिंपिक इतिहास में उनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक है।

देखते रहिए हमारा यूट्यूब चैनल ‘डीएनपी इंडिया’. कृपया हमें सब्सक्राइब करें और फॉलो करें फेसबुक, Instagramऔर ट्विटर.

Exit mobile version