केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में अपने मंत्रालय से जुड़े कई मुद्दों पर बात की। इंटरव्यू के दौरान शिवराज सिंह चौहान से खेती-किसानी और ग्रामीण इलाकों में विकास को लेकर कई तरह के सवाल पूछे गए, जिसके जवाब में शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का उद्देश्य विकसित भारत का निर्माण करना है, जिसके लिए पीएम मोदी कड़ी मेहनत कर रहे हैं। आज सौर ऊर्जा पर काफी जोर दिया जा रहा है, क्योंकि सरकार अन्नदाता देश को ऊर्जादाता देश बनाना चाहती है।
किसानों के विरोध प्रदर्शन और ग्रामीण विकास पर शिवराज सिंह चौहान की टिप्पणी
किसानों के विरोध प्रदर्शन के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार सभी से बातचीत के जरिए समाधान पर ध्यान केंद्रित करेगी और अगर कोई समस्या आती है तो किसानों से बात करके मिलकर उसका समाधान निकाला जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि विकसित भारत के निर्माण के लिए किसानों को एक साथ आना होगा।
ग्रामीण विकास के मुद्दे पर शिवराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही रोडमैप तैयार कर लिया है। मंत्रालय प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का चौथा चरण शुरू करने जा रहा है जिसके तहत उन गांवों में नई सड़कें बनाई जाएंगी जिनकी आबादी 2011 में 500 हो गई थी और उन आदिवासी इलाकों में जिनकी आबादी 250 थी। गरीबों के लिए ग्रामीण इलाकों में 2 करोड़ और शहरी इलाकों में एक करोड़ नए घर बनाए जाएंगे।
कृषि में महिलाओं की भूमिका
शिवराज सिंह से कृषि क्षेत्रों में महिलाओं की भूमिका के बारे में भी पूछा गया, जिस पर उन्होंने कहा कि किसान होने के साथ-साथ महिलाएं खेती-किसानी में सबसे बड़ी ताकत हैं और इसलिए सरकार ने कृषि सखी, ड्रोन दीदी जैसी कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय कृषि सखी बहनों को प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण भी दे रहा है, जो प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद गांव में किसानों को प्राकृतिक खेती सिखाएंगी।
‘अन्नदाता को ऊर्जादाता बनना चाहिए;:शिवराज सिंह’
शिवराज सिंह ने कृषि क्षेत्र में बिजली के इस्तेमाल और उत्पादन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी विकसित भारत बनाना चाहते हैं और वे इसमें जी-जान से जुटे हुए हैं। और विकसित भारत के लिए विकसित खेती जरूरी है। अब पीएम मोदी खेती में बिजली पर फोकस कर रहे हैं। शिवराज ने कहा कि पीएम ने इस बारे में बात की कि कैसे सूरज की ऊर्जा के जरिए किसानों के खेतों में सौर ऊर्जा को स्टोर किया जा सकता है और अगर किसान अतिरिक्त बिजली बनाता है तो उसे ग्रिड में डालकर कैसे बेचा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ‘अन्नदाता को ऊर्जादाता भी बनना चाहिए।’ शिवराज ने कहा कि इसके लिए तीन तरह के मॉडल के साथ पीएम कुसुम योजना बनाई गई है। मंत्री शिवराज ने कहा कि किसान अब सिंचाई के लिए बिजली का उपयोग करने के लिए सोलर पैनल और सोलर पंप लगा सकते हैं और इसे ग्रिड में डालकर पैसा कमा सकते हैं।
प्रधानमंत्री को दूरदर्शी बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने बिजली बिल माफ करने की बात नहीं की, बल्कि ऐसी योजना बनाई कि किसान प्रधानमंत्री सूर्या मुफ्त बिजली योजना के तहत अपने घर पर सोलर पैनल लगा सकते हैं और बिजली पैदा कर सकते हैं, जिससे उनका बिल शून्य हो जाएगा।
प्राकृतिक खेती पर शिवराज सिंह चौहान
प्राकृतिक खेती के प्रयासों पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीएम मोदी आने वाली पीढ़ियों के लिए धरती को बचाने में लगे हैं। चौहान ने कहा कि उन्होंने पीएम की धरती को बचाने की इच्छा देखी है जो सामान्य नहीं है। इंटरव्यू के दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार 7.5 लाख हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती शुरू करने जा रही है।