मणिपुर में सभी शैक्षणिक संस्थान 11, 12 सितंबर को बंद रहेंगे।
मणिपुर के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने 11 और 12 सितंबर को राज्य के सभी सरकारी और निजी कॉलेजों में अवकाश घोषित किया है। संघर्षग्रस्त राज्य में शांति बहाली की मांग को लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच यह निर्णय लिया गया है।
आधिकारिक आदेश में कहा गया है, ‘सरकार के 8 सितंबर के आदेश के क्रम में यह आदेश दिया गया है कि मणिपुर के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी कॉलेज, सहायता प्राप्त कॉलेज, निजी कॉलेज बुधवार से गुरुवार तक बंद रहेंगे।’ हिंसा बढ़ने के मद्देनजर शनिवार से ही स्कूल बंद हैं।
इंटरनेट सेवाएं स्थगित
सरकार ने घाटी के पांच जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया है। इससे पहले राज्य सरकार ने पूरे राज्य में पांच दिनों के लिए इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने की अधिसूचना जारी की थी। हाल ही में संशोधित आदेश के अनुसार, छात्रों द्वारा तीव्र आंदोलन के मद्देनजर इंटरनेट सेवाओं का निलंबन केवल राज्य के पांच घाटी जिलों पर लागू होता है। अधिकारियों ने कहा कि पहाड़ी जिले आदेश के दायरे में नहीं आते हैं।
आधिकारिक नोटिस में लिखा है, ‘मणिपुर के इम्फाल पश्चिम, इम्फाल पूर्व, थौबल, बिष्णुपुर और काकचिंग जिलों के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में लीज लाइन, वीसैट, ब्रॉडबैंड और वीपीएन सेवाओं सहित इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं का अस्थायी निलंबन/रोक 10-09-2024 के अपराह्न 3:00 बजे से 5 (पांच) दिनों के लिए प्रभावी होगा।’
इसमें कहा गया है कि भड़काऊ सामग्री और झूठी अफवाहों के परिणामस्वरूप सार्वजनिक/निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचने और/या नुकसान पहुंचने तथा सार्वजनिक शांति और सांप्रदायिक सद्भाव में व्यापक गड़बड़ी होने का खतरा है, जिन्हें सोशल मीडिया/मोबाइल सेवाओं, एसएमएस सेवाओं और डोंगल सेवाओं पर संदेश सेवाओं के माध्यम से जनता तक प्रसारित/प्रसारित किया जा सकता है।
राज्य गृह विभाग ने एक अधिसूचना में कहा कि यह निर्णय छवियों, अभद्र भाषा और घृणास्पद वीडियो के प्रसारण के लिए सोशल मीडिया के उपयोग को रोकने के लिए लिया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्र ने जातीय संघर्ष से प्रभावित मणिपुर में सुरक्षा ड्यूटी के लिए लगभग 2,000 कर्मियों वाली दो और सीआरपीएफ बटालियनों की तैनाती का भी निर्देश दिया है।
(एजेंसियों से इनपुट सहित)