संदीप घोष पर 2017 में हांगकांग में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था। विवरण

संदीप घोष पर 2017 में हांगकांग में यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज किया गया था। विवरण

संदीप घोष हांगकांग में: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर सात साल पहले हांगकांग में यौन उत्पीड़न के एक मामले में कार्रवाई की गई थी। उन पर 2017 में हांगकांग में एक पुरुष नर्सिंग छात्र से छेड़छाड़ करने का आरोप था। हालांकि, मजिस्ट्रेट की अदालत ने उन्हें इस मामले में बरी कर दिया।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भ्रष्टाचार के आरोप के बाद संदीप घोष को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। 9 अगस्त को आरजी कर एमसीएच में जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या से जुड़े मामले में उनसे पहले पूछताछ की जा चुकी है।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में हांगकांग में एक नर्सिंग छात्र ने आरोप लगाया था कि संदीप घोष ने चेंजिंग रूम में उसके नितंबों को थपथपाया और उसके जननांगों को छूने की कोशिश की। कोलकाता के कुछ डॉक्टरों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि हांगकांग में नर्सिंग छात्रा से छेड़छाड़ का आरोपी वही व्यक्ति है जो अब आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार-हत्याकांड के बाद सीबीआई की हिरासत में है।

रिपोर्ट के अनुसार, संदीप घोष ने याउ मा ती अस्पताल में बमुश्किल कुछ दिनों तक काम किया, क्योंकि परीक्षण के कारण उनका दो महीने का क्लिनिकल एक्सचेंज कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था।

संदीप घोष के खिलाफ हांगकांग मामला क्या था?

एससीएमपी के अनुसार, संदीप घोष 2017 में एक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत हांगकांग गए थे। 8 अप्रैल, 2017 को हांगकांग के कोवलून में क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में एक छात्र नर्स ने संदीप घोष पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। नर्स ने गवाही दी कि घोष ने अनुचित शारीरिक संपर्क बनाने के बाद उससे पूछा, “क्या तुम्हें यह पसंद है?”

रिपोर्ट में कहा गया है कि उस समय संदीप घोष अस्पताल में क्लिनिकल अटैचमेंट प्रोग्राम के तहत हांगकांग में थे। बंगाली न्यूज़ पोर्टल ई समय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उस समय वे मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के मुख्य चिकित्सक थे। 2018 में संदीप घोष को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का प्रिंसिपल बनाया गया था।

संदीप घोष ने कोर्ट में क्या कहा?

संदीप घोष ने आरोपों से इनकार किया और अदालत में खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने दावा किया कि यह घटना गलतफहमी के कारण हुई थी। घोष के अनुसार, वह नर्स को दिखाने की कोशिश कर रहा था कि कंधे की हड्डी को कैसे ठीक किया जाता है, इसके लिए उसने अपना हाथ खींचा और गलती से अपने कूल्हे को छू लिया। उन्होंने कहा कि उनके उच्चारण के कारण उनके शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया और उन्होंने कहा, “इसे ऐसे करो” न कि “क्या आपको यह पसंद है”।

संदीप घोष हांगकांग में: आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर सात साल पहले हांगकांग में यौन उत्पीड़न के एक मामले में कार्रवाई की गई थी। उन पर 2017 में हांगकांग में एक पुरुष नर्सिंग छात्र से छेड़छाड़ करने का आरोप था। हालांकि, मजिस्ट्रेट की अदालत ने उन्हें इस मामले में बरी कर दिया।

आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भ्रष्टाचार के आरोप के बाद संदीप घोष को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। 9 अगस्त को आरजी कर एमसीएच में जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या से जुड़े मामले में उनसे पहले पूछताछ की जा चुकी है।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 2017 में हांगकांग में एक नर्सिंग छात्र ने आरोप लगाया था कि संदीप घोष ने चेंजिंग रूम में उसके नितंबों को थपथपाया और उसके जननांगों को छूने की कोशिश की। कोलकाता के कुछ डॉक्टरों ने इंडिया टुडे टीवी को बताया कि हांगकांग में नर्सिंग छात्रा से छेड़छाड़ का आरोपी वही व्यक्ति है जो अब आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बलात्कार-हत्याकांड के बाद सीबीआई की हिरासत में है।

रिपोर्ट के अनुसार, संदीप घोष ने याउ मा ती अस्पताल में बमुश्किल कुछ दिनों तक काम किया, क्योंकि परीक्षण के कारण उनका दो महीने का क्लिनिकल एक्सचेंज कार्यक्रम रद्द कर दिया गया था।

संदीप घोष के खिलाफ हांगकांग मामला क्या था?

एससीएमपी के अनुसार, संदीप घोष 2017 में एक एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत हांगकांग गए थे। 8 अप्रैल, 2017 को हांगकांग के कोवलून में क्वीन एलिजाबेथ अस्पताल में एक छात्र नर्स ने संदीप घोष पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। नर्स ने गवाही दी कि घोष ने अनुचित शारीरिक संपर्क बनाने के बाद उससे पूछा, “क्या तुम्हें यह पसंद है?”

रिपोर्ट में कहा गया है कि उस समय संदीप घोष अस्पताल में क्लिनिकल अटैचमेंट प्रोग्राम के तहत हांगकांग में थे। बंगाली न्यूज़ पोर्टल ई समय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उस समय वे मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के मुख्य चिकित्सक थे। 2018 में संदीप घोष को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल का प्रिंसिपल बनाया गया था।

संदीप घोष ने कोर्ट में क्या कहा?

संदीप घोष ने आरोपों से इनकार किया और अदालत में खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने दावा किया कि यह घटना गलतफहमी के कारण हुई थी। घोष के अनुसार, वह नर्स को दिखाने की कोशिश कर रहा था कि कंधे की हड्डी को कैसे ठीक किया जाता है, इसके लिए उसने अपना हाथ खींचा और गलती से अपने कूल्हे को छू लिया। उन्होंने कहा कि उनके उच्चारण के कारण उनके शब्दों का गलत अर्थ निकाला गया और उन्होंने कहा, “इसे ऐसे करो” न कि “क्या आपको यह पसंद है”।

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