चैंपियंस लीग 2024/25 शुरू हो चुकी है और टीमें अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं। लीग के नए प्रारूप से कुछ खिलाड़ी नाखुश हैं। नए प्रारूप में ग्रुप स्टेज खत्म कर दिए गए हैं और अब 36 टीमों की बड़ी तालिका है। इसका मतलब है कि टीमों को पहले से ज़्यादा मैच खेलने होंगे और यह कुछ खिलाड़ियों के लिए अस्वीकार्य है क्योंकि उन्हें लगता है कि उन्हें पर्याप्त आराम नहीं मिल रहा है। इस प्रकार, रोड्री, कोंडे और कार्वाजल ने प्रबंधन के खिलाफ़ बात की है और यह भी दावा किया है कि वे भविष्य में हड़ताल पर जा सकते हैं।
ग्रुप स्टेज को खत्म कर दिया गया है, इसकी जगह एक लीग टेबल रखी गई है। इस बदलाव का मतलब है कि अब क्लबों को प्रतियोगिता में ज़्यादा मैच खेलने होंगे, जिससे शीर्ष टीमों के लिए पहले से ही व्यस्त कार्यक्रम में इज़ाफा होगा।
मैनचेस्टर सिटी के रोड्रि, बार्सिलोना के जूल्स कोंडे और रियल मैड्रिड के दानी कार्वाजल समेत कई हाई-प्रोफाइल खिलाड़ियों ने नई प्रणाली के प्रति अपनी असंतुष्टि जाहिर की है। उनका तर्क है कि खेलों की बढ़ती संख्या खिलाड़ियों को उनकी सीमाओं से परे धकेल रही है, जिससे उन्हें आराम और रिकवरी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है।
रोड्री, कोंडे और कार्वाजल ने यूईएफए प्रबंधन की सार्वजनिक रूप से आलोचना की है तथा संकेत दिया है कि यदि इस मुद्दे का समाधान नहीं किया गया तो वे भविष्य में हड़ताल पर जाने पर भी विचार कर सकते हैं।
रोड्री कहते हैं, “हम हड़ताल पर जाने के करीब हैं।”
कोंडे और कार्वाजल कहते हैं, “कोई भी हमारी ओर ध्यान नहीं देता है, खिलाड़ियों को ध्यान में नहीं रखा जाता है।”