ट्रेन यात्रा के खतरों को उजागर करने वाली एक विचित्र घटना में, पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को पकड़ा है जिसने कथित तौर पर यात्रियों पर पत्थर फेंककर उनके मोबाइल फोन चुरा लिए थे। मोहम्मद शमी के रूप में पहचाने जाने वाले चोर ने कथित तौर पर उत्तर प्रदेश में सीमांचल एक्सप्रेस के दरवाजे के पास खड़े यात्रियों को निशाना बनाया। उनकी हरकतों से यात्रियों को चोटें आईं और उनमें डर पैदा हुआ, जिससे ट्रेनों में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गईं।
चालाकी से चोरी करने का तरीका:
मोहम्मद शमी यात्रियों पर पत्थर फेंकता था, जिससे उनके मोबाइल फोन गिर जाते थे, जिसे वह छीनकर भाग जाता था।
गिरफ़्तारी विवरण:
रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने एक संयुक्त अभियान चलाया जिसके कारण उसे यमुना ब्रिज के पास से गिरफ्तार किया गया।
पीड़ित की रिपोर्ट:
पत्थरबाजी के दौरान शमी के लापरवाह व्यवहार के कारण एक यात्री घायल हो गया।
कानूनी कार्रवाई शुरू:
अधिकारियों ने उनके खिलाफ रेलवे अधिनियम की धारा 153 और 147 के तहत प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की है।
अपराध स्वीकार करना:
शमी ने अपने इरादों को स्वीकार करते हुए खुलासा किया कि उनका लक्ष्य विशेष रूप से ट्रेन के दरवाजे के पास यात्रियों को निशाना बनाना था।
न्यायिक प्रक्रिया शुरू:
कानूनी कार्यवाही चल रही है और शमी को गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
आपराधिक इतिहास:
अधिकारियों ने बताया कि प्रयागराज के रहने वाले शमी के खिलाफ जीआरपी थाने में कई मामले दर्ज हैं।
यात्रा सुरक्षा चेतावनी:
यह घटना यात्रियों को ट्रेनों में यात्रा करते समय सतर्क रहने और अपने सामान की सुरक्षा करने की सख्त चेतावनी देती है।