हृदय रोगियों के लिए मोटापा हो सकता है घातक, इसलिए जानें बचाव के टिप्स।
मोटापा हृदय संबंधी समस्याओं जैसे हार्ट अटैक, स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर को कई गुना बढ़ा देता है। ऐसे में हृदय रोग को नियंत्रित करने के लिए विशेषज्ञ वजन कम करने और आहार में सुधार करने की सलाह देते हैं। बढ़ता वजन हृदय रोगियों के लिए घातक है। वजन बढ़ने के लिए अनियमित जीवनशैली और खान-पान की खराब आदतें जिम्मेदार होती हैं। बिगड़ते खान-पान के कारण शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में खराब कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार और जीवनशैली में सुधार करें। अपने आहार में फाइबर, विटामिन, एंटीऑक्सिडेंट और आवश्यक खनिजों को शामिल करके, आप मोटापे को नियंत्रित कर सकते हैं और खुद को दिल के दौरे और कार्डियक अरेस्ट से बचा सकते हैं। आइए जानते हैं कि हृदय रोगी कैसे अपना वजन नियंत्रण में रख सकते हैं।
हृदय रोग में वजन कैसे कम करें:
अपने आहार में साबुत अनाज शामिल करें: वजन कम करने के अलावा, साबुत अनाज का सेवन हृदय रोग के खतरे को कम करने में भी मदद करता है। आप अपने आहार में रागी, जौ और बाजरा जैसे साबुत अनाज शामिल कर सकते हैं।
हरी सब्जियां खाएं: वजन कम करने के लिए दिल के मरीजों को अपनी डाइट में खूब सारी हरी सब्जियां शामिल करनी चाहिए. इससे स्वस्थ वजन बनाए रखने और हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद मिलेगी।
सूखे मेवे खाएं: ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए सूखे मेवे खाएं। इनके सेवन से विटामिन ई समेत जरूरी फैटी एसिड और फाइबर मिलता है, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होता है।
जंक फूड से बचें: अपने दिल की सेहत को बनाए रखने के लिए आपको बाहर का खाना खाना बंद कर देना चाहिए। खासतौर पर दिल के मरीजों को पैकेज्ड फूड का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
रोजाना व्यायाम करें: वजन नियंत्रित करने के लिए डाइट के बाद दूसरी सबसे जरूरी चीज है व्यायाम को अपनी जीवनशैली में शामिल करना। रोजाना व्यायाम करने से खराब कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है, जो हृदय रोग के खतरे को कम करने में मदद करता है।
(यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है, कृपया कोई भी उपाय अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें)
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