RAJASTHAN: जोधपुर के बोरानाडा में एक चौंकाने वाली घटना में, 70 वर्षीय श्याम सिंह भती ने कथित तौर पर अपने व्यापार भागीदार, प्रदीप देवसाई के दो बच्चों की हत्या कर दी, जो कि उनकी बैंगल फैक्ट्री साझेदारी में एक गिरावट से अधिक थी। बच्चों, तमन्ना (12) और शिवपाल (8) को 24 जनवरी को लापता होने की सूचना दी गई थी और बाद में उनके कारखाने के पास भाटी के किराए के घर में फांसी पर लटका हुआ पाया गया। भाटी द्वारा छोड़े गए एक नोट ने व्यवसाय में “विश्वासघात” पर नाराजगी का पता लगाया। पुलिस भती की तलाश कर रही है, जो वर्तमान में फरार है।
अपराध की पृष्ठभूमि
आरोपी, श्याम सिंह भती, और उनके व्यापारिक भागीदार, प्रदीप देवसाई, एक -दूसरे को 20 वर्षों से जानते थे। नौ महीने पहले, उन्होंने जोधपुर में एक चूड़ी कारखाना शुरू किया, जहां भाटी ने पैसे का निवेश किया, और देवसाई ने एक शिल्पकार के रूप में काम किया। हाल ही में साझेदारी भंग हो गई, कथित तौर पर भती को वित्तीय नुकसान हुआ, जिससे उनकी नाराजगी हो गई।
घटना का विवरण
पीड़ित: तमन्ना (12) और शिवपाल (8), प्रदीप देवसाई के बच्चे।
TIMELINE: बच्चे 24 जनवरी को स्कूल के लिए रवाना हुए लेकिन कभी नहीं लौटे। उनके परिवार ने उन्हें 25 जनवरी को लापता होने की सूचना दी।
अपराध दृश्य: भाटी ने उन्हें स्कूल से उठाया, उन्हें कारखाने के पास अपने घर ले गए, उनकी हत्या कर दी और उनके शरीर को फांसी दी।
नोट मिला: भाटी ने एक नोट को छोड़ दिया, जो कि देवसाई द्वारा विश्वासघात के रूप में विश्वासघात का हवाला देते हुए हत्याओं को स्वीकार करते हैं। उन्होंने नोट में आत्मघाती इरादे भी व्यक्त किए।
पुलिस जांच
डीसीपी (पश्चिम) राजर्षी राज वर्मा ने कहा कि भती ने देवसाई को “सबक सिखाने” की इच्छा से काम किया। पुलिस सक्रिय रूप से भाटी की तलाश कर रही है, जो रन पर है।