राजस्थान उच्च न्यायालय ने एक दशक से अधिक समय में पहली बार आसाराम को 7 दिन की पैरोल दी

Rajasthan High Court Grants Asaram Bapu 7-Day Parole Rape Convict To Step Out Of Jodhpur Central Jail For First Time In 11 Years Rajasthan High Court Grants 7-Day Parole To Asaram For First Time In Over A Decade


करण पुरी

अपने ही गुरुकुल की नाबालिग लड़की से बलात्कार के दोषी आसाराम को लंबी बीमारी के चलते राजस्थान हाईकोर्ट ने इलाज के लिए सात दिन की पैरोल दी है। उसे जरूरी इलाज के लिए पुलिस हिरासत में महाराष्ट्र ले जाया जाएगा। जोधपुर सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को 11 साल में पहली बार पैरोल मिली है।

आसाराम ने हाल ही में सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद जेल प्रशासन ने उन्हें जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया था। मेडिकल जांच के बाद उन्हें 10 अगस्त को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक आसाराम की तबीयत बिगड़ने की खबर सुनकर एम्स के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ जमा हो गई।

पैरोल पर सुनवाई राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी की बेंच में हुई। सुनवाई के बाद जज ने आसाराम को इलाज के लिए पुलिस हिरासत में सात दिन की पैरोल दे दी। साथ ही कहा कि इलाज का सारा खर्च आसाराम खुद उठाएगा।

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आसाराम को पोक्सो मामले में दोषी ठहराया गया

2018 में, POCSO अदालत ने आसाराम को नाबालिग से बलात्कार का दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

जिस घटना के कारण उसे दोषी ठहराया गया, वह 15 अगस्त, 2013 की रात जोधपुर के मणाई में आसाराम के आश्रम में हुई थी। भूत-प्रेत भगाने के बहाने आसाराम ने नाबालिग लड़की को अपनी कुटिया में बुलाया, जहाँ उसने उसे धमकाया और उसके साथ छेड़छाड़ की। 20 अगस्त, 2013 को दिल्ली के कमला नगर मार्केट पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर दर्ज की गई और रिपोर्ट जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट को भेज दी गई।

इसके बाद 31 अगस्त 2013 की रात को जोधपुर पुलिस ने आसाराम को छिंदवाड़ा स्थित उनके आश्रम से गिरफ्तार कर लिया। उन्हें 1 सितंबर 2013 को जोधपुर लाया गया और तब से वे जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।


करण पुरी

अपने ही गुरुकुल की नाबालिग लड़की से बलात्कार के दोषी आसाराम को लंबी बीमारी के चलते राजस्थान हाईकोर्ट ने इलाज के लिए सात दिन की पैरोल दी है। उसे जरूरी इलाज के लिए पुलिस हिरासत में महाराष्ट्र ले जाया जाएगा। जोधपुर सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे आसाराम को 11 साल में पहली बार पैरोल मिली है।

आसाराम ने हाल ही में सीने में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद जेल प्रशासन ने उन्हें जोधपुर के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया था। मेडिकल जांच के बाद उन्हें 10 अगस्त को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक आसाराम की तबीयत बिगड़ने की खबर सुनकर एम्स के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ जमा हो गई।

पैरोल पर सुनवाई राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी की बेंच में हुई। सुनवाई के बाद जज ने आसाराम को इलाज के लिए पुलिस हिरासत में सात दिन की पैरोल दे दी। साथ ही कहा कि इलाज का सारा खर्च आसाराम खुद उठाएगा।

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आसाराम को पोक्सो मामले में दोषी ठहराया गया

2018 में, POCSO अदालत ने आसाराम को नाबालिग से बलात्कार का दोषी पाया और उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

जिस घटना के कारण उसे दोषी ठहराया गया, वह 15 अगस्त, 2013 की रात जोधपुर के मणाई में आसाराम के आश्रम में हुई थी। भूत-प्रेत भगाने के बहाने आसाराम ने नाबालिग लड़की को अपनी कुटिया में बुलाया, जहाँ उसने उसे धमकाया और उसके साथ छेड़छाड़ की। 20 अगस्त, 2013 को दिल्ली के कमला नगर मार्केट पुलिस स्टेशन में जीरो एफआईआर दर्ज की गई और रिपोर्ट जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट वेस्ट को भेज दी गई।

इसके बाद 31 अगस्त 2013 की रात को जोधपुर पुलिस ने आसाराम को छिंदवाड़ा स्थित उनके आश्रम से गिरफ्तार कर लिया। उन्हें 1 सितंबर 2013 को जोधपुर लाया गया और तब से वे जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं।

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