‘राहुल गांधी देश के दुश्मन हैं’: भाजपा ने हिंडनबर्ग-सेबी अध्यक्ष पर टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सांसद की आलोचना की

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भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के खिलाफ हिंडनबर्ग रिपोर्ट से जुड़े विवाद पर उनकी टिप्पणी को लेकर निशाना साधा।

कांग्रेस सांसद ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के अध्यक्ष के खिलाफ लगे आरोपों से इसकी ईमानदारी पर “गंभीर रूप से आंच” आई है।

उन्होंने यह भी पूछा कि सेबी प्रमुख ने अभी तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया है और यदि निवेशकों का पैसा डूब जाता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा: “प्रधानमंत्री मोदी, सेबी अध्यक्ष या गौतम अडानी?” रायबरेली के सांसद ने यह भी सवाल किया कि क्या सर्वोच्च न्यायालय इस मामले का स्वतः संज्ञान लेगा।

इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेता देश के दुश्मन हैं।

उन्होंने कहा, “राहुल गांधी भ्रम पैदा करते हैं, वह देश के दुश्मन हैं। वह विदेश जाकर ऐसा करते हैं और देश में भी ऐसा करते हैं।”

शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि यह रिपोर्ट “एक सुनियोजित और सुनियोजित हत्या का मामला प्रतीत होती है।”

पूनावाला ने आरोप लगाया, “ऐसा लगता है कि एक व्यक्ति, एक पार्टी का विरोध करने के लिए राहुल गांधी और उनके पूरे तंत्र को पूरी अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणालियों को नुकसान पहुंचाने और अस्थिर करने में कोई हिचक नहीं है।”

उन्होंने कहा, “इसलिए हम बार-बार देखते हैं कि विदेशी रिपोर्ट आमतौर पर झूठ पर आधारित होती है और कांग्रेस तथा उसके तंत्र द्वारा उसका भरपूर लाभ उठाया जाता है। राहुल का इससे क्या संबंध है?”

भाजपा प्रवक्ता ने इन विदेशी रिपोर्टों के निर्माता और राहुल गांधी के बीच संबंधों पर सवाल उठाया और उन पर “आतंक और अस्थिरता पैदा करने के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया ताकि भारत में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा की जा सके।”

इस बीच कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने राहुल का समर्थन करते हुए कहा कि उनकी मांग जायज है।

टैगोर ने कहा, “विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गांधी ने मांग की है कि सेबी प्रमुख को इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर सरकार को उन्हें पद से हटा देना चाहिए। हमें नहीं पता कि प्रधानमंत्री मोदी चुप क्यों हैं…हम निष्पक्ष जांच के लिए जेपीसी की मांग करते रहेंगे…”



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