प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को वायनाड का दौरा करेंगे। उम्मीद है कि वे 300 से ज़्यादा लोगों की जान लेने वाली तबाही का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी किए गए शुरुआती आँकड़ों के अनुसार, एक हफ़्ते से ज़्यादा समय पहले उत्तरी केरल के इस जिले में हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन के बाद से 138 लोग अभी भी लापता हैं। भूस्खलन से प्रभावित चूरलमाला और मुंदक्कई इलाकों से लापता लोगों की तलाश अभी भी जारी है और सेना और नौसेना सहित विभिन्न बलों के 1,026 कर्मियों, 500 से ज़्यादा स्वयंसेवकों और भारी मशीनरी को वहाँ तैनात किया गया है।
केरल सरकार ने कहा है कि 30 जुलाई को वायनाड जिले में हुए भीषण भूस्खलन के बाद लापता हुए लोगों की पूरी सूची जल्द ही जारी की जाएगी। सरकार लापता लोगों की सटीक सूची तैयार कर रही है।
‘वायनाड आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सरकार से केरल के वायनाड में हाल ही में आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का आह्वान किया। शून्यकाल के दौरान बोलते हुए गांधी ने प्रभावित लोगों के लिए अधिक मुआवजे की भी मांग की। वायनाड भूस्खलन को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, “मैंने इसे अपनी आंखों से देखा है। मैंने कई अलग-अलग जगहों का दौरा किया जहां आपदा हुई। कुछ मामलों में, एक पूरा परिवार ही खत्म हो गया, केवल एक व्यक्ति बचा, कभी-कभी कोई वयस्क या बच्चा।” उन्होंने आपदा के दौरान मदद करने वालों के प्रति आभार भी व्यक्त किया। गांधी ने कहा, “200 से अधिक लोगों की मौत और बड़ी संख्या में लापता होने के कारण, संभावित हताहतों की संख्या 400 से अधिक हो सकती है।”