प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त, 2024 को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले से 78वें स्वतंत्रता दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे। वे राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और प्रतिष्ठित स्मारक की प्राचीर से राष्ट्र को पारंपरिक संबोधन देंगे। इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘विकसित भारत @ 2047’ है। यह समारोह 2047 तक देश को एक विकसित राष्ट्र में बदलने की दिशा में सरकार के प्रयासों को नए सिरे से बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा।
विशेष अतिथि
राष्ट्रीय उत्साह के इस पर्व में जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से इस वर्ष लाल किले पर होने वाले समारोह को देखने के लिए लगभग 6,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। ये लोग विभिन्न क्षेत्रों से हैं, जिनमें युवा, आदिवासी समुदाय, किसान, महिलाएं और अन्य विशेष अतिथि शामिल हैं, जिन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं/पहलों की मदद से विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
अटल इनोवेशन मिशन और पीएम श्री (प्रधानमंत्री विद्यालय फॉर राइजिंग इंडिया) योजना से लाभान्वित होने वाले छात्र, और ‘मेरी माटी मेरा देश’ के तहत मेरा युवा भारत (MY भारत) और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। अतिथियों में आदिवासी कारीगर/वन धन विकास सदस्य और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम द्वारा वित्तपोषित आदिवासी उद्यमी; और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभार्थी और किसान उत्पादक संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।
मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा), सहायक नर्स मिडवाइफ (एएनएम) और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता; निर्वाचित महिला प्रतिनिधि; संकल्प: महिला सशक्तिकरण केंद्र, लखपति दीदी और ड्रोन दीदी पहल और सखी केंद्र योजना के लाभार्थी; और बाल कल्याण समिति और जिला बाल संरक्षण इकाइयों के कार्यकर्ता भी समारोह में शामिल होंगे।
हाल ही में संपन्न पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय दल को भी समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के प्रत्येक ब्लॉक से एक अतिथि; सीमा सड़क संगठन के कार्यकर्ता; प्रेरणा स्कूल कार्यक्रम के छात्र; और प्राथमिकता क्षेत्र की योजनाओं में संतृप्ति प्राप्त करने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंच भी इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
विभिन्न राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों से पारंपरिक पोशाक पहने लगभग 2,000 लोगों को भी इस भव्य समारोह का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया गया है। रक्षा मंत्रालय द्वारा MyGov और आकाशवाणी के सहयोग से आयोजित विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिताओं के तीन हज़ार (3,000) विजेता भी इस समारोह का हिस्सा होंगे।
समारोह
लाल किले पर पहुंचने पर प्रधानमंत्री का स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने करेंगे। रक्षा सचिव दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार का प्रधानमंत्री से परिचय कराएंगे। इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी श्री नरेंद्र मोदी को सलामी मंच पर ले जाएंगे, जहां संयुक्त अंतर-सेवा और दिल्ली पुलिस गार्ड प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी देंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री गार्ड ऑफ ऑनर का निरीक्षण करेंगे।
प्रधानमंत्री के लिए गार्ड ऑफ ऑनर दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस से एक-एक अधिकारी और 24 कर्मी शामिल होंगे। इस वर्ष भारतीय नौसेना समन्वय सेवा है। गार्ड ऑफ ऑनर की कमान कमांडर अरुण कुमार मेहता संभालेंगे। प्रधानमंत्री के गार्ड में सेना की टुकड़ी की कमान मेजर अर्जुन सिंह संभालेंगे, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर गुलिया भावेश एनके संभालेंगे और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर अक्षरा उनियाल संभालेंगी। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अनुराग द्विवेदी संभालेंगे।
सलामी गारद का निरीक्षण करने के बाद प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर की ओर बढ़ेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री श्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी करेंगे। दिल्ली क्षेत्र के जीओसी प्रधानमंत्री को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्राचीर पर मंच तक ले जाएंगे।
लेफ्टिनेंट संजीत सैनी राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता करेंगे। इसे 1721 फील्ड बैटरी (सेरेमोनियल) के बहादुर गनर्स द्वारा 21 तोपों की सलामी के साथ समन्वयित किया जाएगा। स्वदेशी 105 मिमी लाइट फील्ड गन का उपयोग करने वाली सेरेमोनियल बैटरी की कमान मेजर सबनीस कौशिक के हाथों में होगी और गन पोजिशन ऑफिसर नायब सूबेदार (एआईजी) अनुतोष सरकार होंगे।
राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना, नौसेना और वायुसेना के एक-एक अधिकारी और 32 अन्य रैंक के जवान तथा दिल्ली पुलिस के 128 जवान शामिल होंगे। ये जवान प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाने के समय राष्ट्रीय सलामी देंगे। कमांडर विनय दुबे इस अंतर-सेवा गार्ड और पुलिस गार्ड की कमान संभालेंगे।
राष्ट्रीय ध्वज गार्ड में सेना की टुकड़ी की कमान मेजर दिनेश नगांगोम, नौसेना की टुकड़ी की कमान लेफ्टिनेंट कमांडर सचिन धनखड़ और वायु सेना की टुकड़ी की कमान स्क्वाड्रन लीडर सीएस श्रवण देवैया संभालेंगे। दिल्ली पुलिस की टुकड़ी की कमान एडिशनल डीसीपी अचिन गर्ग संभालेंगे।
तिरंगे को फहराने के बाद उसे ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी जाएगी। पंजाब रेजिमेंट मिलिट्री बैंड, जिसमें एक जेसीओ और 25 अन्य रैंक शामिल हैं, राष्ट्रीय ध्वज को फहराने और ‘राष्ट्रीय सलामी’ देने के दौरान राष्ट्रगान बजाएगा। बैंड का संचालन सूबेदार मेजर राजिंदर सिंह करेंगे।
जैसे ही प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे, भारतीय वायुसेना के दो एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव लाइन एस्टर्न फॉर्मेशन में कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा करेंगे। हेलीकॉप्टर के कैप्टन विंग कमांडर अंबर अग्रवाल और विंग कमांडर राहुल नैनवाल होंगे।
पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उनके भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। देश भर के विभिन्न स्कूलों से कुल 2,000 लड़के और लड़कियां कैडेट (सेना, नौसेना और वायु सेना) समारोह में भाग लेंगे। ये कैडेट प्राचीर के सामने ज्ञानपथ पर बैठेंगे। वे कस्टमाइज्ड तिरंगा किट के साथ ‘मेरा भारत’ लोगो बनाएंगे। कुल 500 राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) स्वयंसेवक भी भाग लेंगे।