प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भेजी गई पवित्र गिलाफ चादर मुबारक का दरगाह अजमेर शरीफ के गद्दी नशीन हाजी सैयद सलमान चिश्ती और सैयद अफशां चिश्ती ने श्रद्धापूर्वक स्वागत किया। चादर को केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने एक औपचारिक समारोह में पवित्र मंदिर में पहुंचाया।
अजमेर राजस्थान | पवित्र गिलाफ चादर मुबारक का स्वागत और स्वागत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दरगाह अजमेर शरीफ के हाजी सैयद सलमान चिश्ती और सैयद अफशां चिश्ती ने किया।
दरगाह अजमेर शरीफ के गद्दी नशीन हाजी सैयद सलमान चिश्ती और सैयद अफशां चिश्ती और… pic.twitter.com/7GO1W0LBpm
– एएनआई (@ANI) 4 जनवरी 2025
एकता और भक्ति का प्रतीक
चादर की पेशकश ख्वाजा गरीब नवाज (आर) की शिक्षाओं के प्रति प्रधान मंत्री के सम्मान और श्रद्धा का प्रतीक है, जिनकी अजमेर स्थित दरगाह सभी धर्मों के लोगों के लिए एकता और आध्यात्मिक मार्गदर्शन का प्रतीक बनी हुई है। यह इशारा भारत की समृद्ध सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत के प्रति सरकार की स्वीकार्यता को उजागर करता है।
खुद्दामे ख्वाजा समुदाय द्वारा स्वागत
पवित्र गिलाफ का स्वागत खुद्दामे ख्वाजा गरीब नवाज (आर) समुदाय के सदस्यों ने किया, जिन्होंने प्रधान मंत्री की पेशकश के लिए आभार व्यक्त किया। दरगाह के नेतृत्व का प्रतिनिधित्व करने वाले हाजी सैयद सलमान चिश्ती और सैयद अफशां चिश्ती ने इस भाव के आध्यात्मिक महत्व पर जोर दिया और देश की शांति, सद्भाव और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
समारोह में किरण रिजिजू की भूमिका
प्रधान मंत्री की ओर से पवित्र चादर उठाने वाले केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने और भारत की आध्यात्मिक परंपराओं को संरक्षित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने पीएम मोदी का शांति और सद्भावना का संदेश दिया, जो मंदिर में मौजूद भक्तों को पसंद आया।
चादर चढ़ाने की वार्षिक परंपरा
दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर चढ़ाना एक लंबे समय से चली आ रही परंपरा है जिसे नेताओं द्वारा आशीर्वाद लेने और ख्वाजा गरीब नवाज (आर) के प्रति अपना सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। इस वर्ष के समारोह ने आध्यात्मिक समावेशिता और राष्ट्रीय एकता के महत्व को सुदृढ़ किया।
कार्यक्रम का समापन राष्ट्र के कल्याण के लिए प्रार्थना के साथ हुआ, जिसमें सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने और नैतिक ताने-बाने को मजबूत करने में दरगाह अजमेर शरीफ जैसे आध्यात्मिक केंद्रों की भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
समाज।
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