गुजरात के भावनगर में एक डॉक्टर पर मरीज के परिवार ने हमला कर दिया, क्योंकि उसने इमरजेंसी रूम में जाने से पहले उनसे चप्पल उतारने को कहा था। यह घटना 12 सितंबर को सीहोर के एक निजी अस्पताल में हुई और पूरी झड़प सीसीटीवी में कैद हो गई।
फुटेज में कुछ लोग इमरजेंसी रूम में बिस्तर पर लेटी एक महिला के पास खड़े दिखाई दे रहे हैं। डॉ. जयदीपसिंह गोहिल कमरे में घुसते हैं और परिवार के सदस्यों से अपने जूते उतारने को कहते हैं, जिसके बाद दोनों में तीखी बहस होने लगती है। इसके बाद उन लोगों ने डॉक्टर पर हिंसक हमला कर दिया, जबकि मरीज बिस्तर पर ही लेटा रहा। इस झड़प के दौरान कमरे में रखी दवाइयां और दूसरे उपकरण क्षतिग्रस्त हो गए।
हमले के बाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया: हिरेन डांगर, भवदीप डांगर और कौशिक कुवाडिया। उन पर डॉक्टर पर हमला करने और नुकसान पहुंचाने के लिए भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं।
इस घटना से चिकित्सा पेशेवरों में रोष फैल गया है, डॉक्टरों ने अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह हमला कोलकाता में डॉक्टरों के चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच हुआ है, जो 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक रेजिडेंट डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद बेहतर सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
देश भर के चिकित्सक कार्यस्थल पर अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कड़े कानूनों की आवश्यकता पर बल दे रहे हैं।