राजस्थान के दौसा जिले में मंगलवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा धंस गया। जिले में एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक के अनुसार, इसके बाद साइट पर मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया। धंसने की तस्वीरें सामने आने के बाद, कांग्रेस ने एक्सप्रेसवे पर सड़क धंसने को लेकर पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की और इसे “पाताल ई-वे” बताया।
एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक बलवीर यादव ने बताया कि पानी के रिसाव के कारण एक्सप्रेसवे पर सड़क धंस गई।
एक्सप्रेसवे के ढहने वाले हिस्से के कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, जिससे सड़क के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं। यात्रियों द्वारा रिकॉर्ड किए गए एक वीडियो में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर सड़क के बीच में एक गहरा गड्ढा दिखाई दे रहा है। दूसरे वीडियो में एक बुलडोजर को मलबा हटाते हुए देखा जा सकता है।
परियोजना निदेशक ने बताया कि मामले की जानकारी मिलते ही ठेकेदार ने तुरंत कार्रवाई की। उन्होंने तुरंत इलाके में बैरिकेडिंग कर दी और गड्ढे की मरम्मत कर दी गई।
इंडिया टुडे ने यादव के हवाले से बताया, “बारिश के कारण सड़क लगातार क्षतिग्रस्त हो रही है, इसलिए इसकी मरम्मत का काम भी चल रहा है।”
सोना खंड का उद्घाटन लॉस्ट ईयर ही हुआ था।
रेन के दूसरे सीजन में निर्माण कार्य की आवासीय पोल का उद्घाटन किया गया। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस हाईवे रेन की वजह से पटरी में गिर गया।
भंडारेज इंटरचेज पिलर संख्या 182.300 पर एक्सप्रेस वे जमीन पर धंसा गनीमत राही की तरफ से… pic.twitter.com/iY83inPmu0– ऐश्वर्या प्रधान ✍️ 🇮🇳 (@aishwaryam99) 17 सितंबर, 2024
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे है, जो 1,386 किलोमीटर से ज़्यादा लंबा है। इसका उद्देश्य दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा के समय को मौजूदा 24 घंटों से घटाकर सिर्फ़ 12-13 घंटे करना है।
यह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों से होकर गुजरता है।
इस साल 31 जुलाई को राज्य सभा में एक लिखित जवाब में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण लगभग 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है। इस परियोजना को पूरा होने में कम से कम एक साल और लगेगा।
कांग्रेस ने पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की
सड़क धंसने की तस्वीरें सामने आने पर कांग्रेस ने केंद्र पर निशाना साधते हुए इसे ‘पाताल ई-वे’ बताया।
कांग्रेस की केरल इकाई ने एक्स पर लिखा: “77 करोड़ रुपये प्रति किलोमीटर की लागत से बना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे एक आश्चर्यजनक विशेषता के साथ आया है। पाताल तक जाने वाली एक गुप्त सुरंग, जिसका खुलासा कुछ भारी-भरकम ट्रक वालों ने किया है! ये छिपे हुए वार्प जोन, नितिन गडकरी की अगली-स्तरीय राजमार्ग तकनीक की बदौलत 1,05,000 करोड़ रुपये की इस उत्कृष्ट कृति के ‘विशेष’ ऐड-ऑन में से एक हैं!”