नई दिल्ली: बोर्ड परीक्षाओं से पहले छात्रों को तनाव मुक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक अनूठी पहल, परीक्षा पे चर्चा, 29 जनवरी, 2024 को होने वाली है।
छह साल पहले प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई इस पहल से कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं से पहले छात्रों की चिंता और परेशानियों को कम करने में काफी मदद मिली है और इससे उन्हें मजबूत मानसिक ढांचे के साथ इसका सामना करने में भी मदद मिली है।
इस वर्ष एक करोड़ से अधिक पंजीकरण हुए
आगामी कार्यक्रम के लिए एक करोड़ से अधिक पंजीकरण होना, इस वर्ष परीक्षा पे चर्चा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
MyGov पोर्टल के अनुसार, एक सप्ताह पहले तक 1 करोड़ से अधिक छात्र, अभिभावक और शिक्षक परीक्षा पे चर्चा के 7वें संस्करण के लिए पंजीकरण करा चुके थे।
कार्यक्रम का एक अन्य विशेष आकर्षण यह है कि इस वर्ष प्रधानमंत्री मोदी का छात्रों के साथ संवाद भारत मंडपम में होगा, जहां जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व के सबसे बड़े नेताओं ने मेजबानी की थी।
यह संवाद 29 जनवरी को सुबह 11 बजे से भारत मंडपम परिसर में टाउनहॉल प्रारूप में होगा। इसमें करीब 4,000 छात्र प्रधानमंत्री से संवाद करेंगे।
कार्यक्रम की परिकल्पना और क्रियान्वयन कैसे हुआ
‘परीक्षा पे चर्चा’, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिमाग की उपज कहा जाता है, बोर्ड परीक्षाओं के दौरान छात्रों की चिंताओं और आशंकाओं को दूर करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। इस बातचीत के दौरान, न केवल छात्र बल्कि अभिभावक और शिक्षक भी परीक्षाओं से संबंधित कई विषयों और ‘स्कूल के बाद के जीवन’ के बारे में प्रधानमंत्री से सीधे बातचीत करते हैं।
देश-विदेश से छात्र और अभिभावक अपनी मानसिक स्थिति और परीक्षा से संबंधित चिंताओं के बारे में बता रहे हैं, जबकि प्रधानमंत्री उन्हें ठोस जवाब देकर ‘सांत्वना’ देने की कोशिश कर रहे हैं।
यह कार्यक्रम पिछले 6 वर्षों से स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि परीक्षा पे चर्चा, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बड़े आंदोलन – ‘एग्जाम वारियर्स’ का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए तनाव मुक्त माहौल बनाना है।