दिल्ली पुलिस को संदेह है कि यह गोलीबारी दो समूहों के बीच लंबे समय से चले आ रहे झगड़े से जुड़ी है।
जहांगीरपुरी में दो प्रतिद्वंद्वी समूहों के बीच रविवार शाम को गोलीबारी की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। टकराव एक मौखिक विवाद से बंदूक की लड़ाई तक बढ़ गया, जिससे क्षेत्र में बढ़ती गिरोह हिंसा के बारे में गंभीर चिंताएं पैदा हो गईं।
पुलिस रिपोर्टों के अनुसार, मृतक की पहचान 35 वर्षीय दीपक के रूप में हुई है। वह कथित तौर पर अपने भाई और साथियों के साथ 900 वाली गली में एक पार्क के पास खड़ा था, जब नरेंद्र और सूरज के नेतृत्व वाले दूसरे समूह के साथ टकराव हुआ। विवाद तेजी से हिंसक हो गया और इस दौरान करीब दस राउंड गोलियां चलीं।
दीपक को कई गोलियों के घाव लगे, मुख्य रूप से उसकी गर्दन, पैर और पीठ पर। तत्काल चिकित्सा सहायता और उसके भाई द्वारा बीजेआरएम अस्पताल ले जाने के बावजूद, वहां पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। घटना में नरेंद्र और सूरज को भी चोटें आईं और फिलहाल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
जांचकर्ताओं का मानना है कि यह गोलीबारी दो समूहों के बीच लंबे समय से चली आ रही प्रतिद्वंद्विता से जुड़ी हो सकती है। हिंसा के जवाब में, पुलिस ने नरेंद्र और सूरज को गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही शूटिंग में शामिल होने वाले अतिरिक्त व्यक्तियों को पकड़ने के प्रयास जारी हैं।
इस घटना ने स्थानीय समुदाय को स्तब्ध कर दिया है, जिससे अधिकारियों को किसी भी जानकारी वाले व्यक्ति से आगे आने का आग्रह करना पड़ा है। कानून प्रवर्तन अधिकारी जहांगीरपुरी में गिरोह-संबंधी हिंसा की बढ़ती प्रवृत्ति से निपटने के लिए अपने प्रयास बढ़ा रहे हैं।