लखनऊ: सुल्तानपुर में मंगेश यादव की हालिया मुठभेड़ को लेकर भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी पर हमला करते हुए बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने सोमवार को लोगों को भाजपा और सपा के नाटकों से सावधान रहने की चेतावनी दी और कहा कि उत्तर प्रदेश में बसपा शासन के दौरान कोई फर्जी मुठभेड़ नहीं हुई।
मायावती ने ट्वीट किया, “यूपी के सुल्तानपुर जिले में हुई मुठभेड़ की घटना के बाद भाजपा और सपा एक-दूसरे पर कानून-व्यवस्था को लेकर आरोप लगा रहे हैं और अपराध, अपराधी और जाति के नाम पर जबरदस्ती राजनीति कर रहे हैं, जबकि इस मामले में वे दोनों ‘चोर चोर मौसेरा भाई’ हैं। यानी भाजपा की तरह ही सपा सरकार में भी कानून-व्यवस्था की स्थिति कई गुना बदतर थी। लोग यह नहीं भूले हैं कि सपा के गुंडे और माफिया दलितों, अन्य पिछड़े वर्गों, गरीबों और व्यापारियों को दिनदहाड़े लूटते और मारते थे।”
1. यूपी के सुल्तानपुर जिले में एनकाउंटर की घटना के बाद से बीजेपी और सपा में लॉ-सिस्टम को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं और अपराध, अपराध और जाति के नाम पर जोर-शोर से राजनीति की जा रही है, जबकि इस मामले में ये दोनों चोर-चोर मौसेरे भाई जैसे हैं। 1/3
— मायावती (@Mayawati) 9 सितंबर, 2024
उन्होंने आगे कहा कि कानून केवल बसपा के शासन में ही था और लोगों को भाजपा और सपा के कानून के शासन के नाटक से सावधान रहने की चेतावनी दी।
उन्होंने कहा, “जबकि उत्तर प्रदेश में वास्तव में कानून का राज सिर्फ बसपा के शासन में ही चला है। जाति-धर्म के आधार पर बिना किसी भेदभाव के लोगों को न्याय मिला। फर्जी एनकाउंटर आदि नहीं हुए। इसलिए भाजपा और सपा के कानून के राज के नाटक से सभी को सावधान रहना चाहिए।”
हाल ही में सुल्तानपुर में मंगेश यादव की मुठभेड़ को लेकर उत्तर प्रदेश में विपक्ष और सत्तारूढ़ राजनीतिक दल के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि मुठभेड़ में एक डकैत की मौत से सपा को दुख हो रहा है।
सीएम योगी ने कहा, “देखिए, जब कोई माफिया या डकैत पुलिस एनकाउंटर में मारा जाता है, तो ऐसा लगता है जैसे पुलिस ने उसकी संवेदनशील नस को छू लिया हो और वे चीखने लगते हैं। मुझे बताइए, अगर एनकाउंटर में मारे गए डकैत को उसके अपराध जारी रखने के लिए छोड़ दिया जाता… तो क्या समाजवादी पार्टी उन लोगों की जान वापस ला सकती थी?”
उन्होंने कहा, “सपा सरकार के दौरान पुलिस भागती थी और गुंडे उनका पीछा करते थे। आज उनकी भूमिकाएं उलट गई हैं। माफिया भाग रहे हैं और पुलिस उनका पीछा कर रही है।”
इससे पहले शनिवार को विपक्ष के नेता और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में ‘कानून और संविधान’ की धज्जियां उन लोगों द्वारा उड़ाई जा रही हैं जो इसके कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार हैं।
राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, “सुल्तानपुर में मंगेश यादव के एनकाउंटर ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि भाजपा को ‘कानून के राज’ पर भरोसा नहीं है। एसटीएफ जैसी पेशेवर ताकतों को भाजपा सरकार में ‘आपराधिक गिरोह’ की तरह चलाया जा रहा है, इस पर केंद्र सरकार की चुप्पी उनकी इस ‘ठोको नीति’ पर स्पष्ट सहमति है। यूपी एसटीएफ के दर्जनों एनकाउंटर सवालों के घेरे में हैं। क्या आज तक उन अफसरों में से किसी पर कोई कार्रवाई हुई? आखिर उन्हें कौन और क्यों बचा रहा है। कैमरों के सामने संविधान को छूना महज दिखावा है, जबकि आपकी अपनी सरकारें खुलेआम इसकी धज्जियां उड़ा रही हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी संदिग्ध मुठभेड़ों की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और न्याय होना चाहिए।