केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार (6 अगस्त) को टीएमसी सांसद सौगत रॉय के वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित बाकी राज्यों में ‘बंगाल मॉडल’ लागू करने के सुझाव को लेकर पश्चिम बंगाल पर कटाक्ष किया और आश्चर्य जताया कि क्या कोई राज्य माओवादी उग्रवाद को रोकने के संदर्भ में अपना मॉडल लागू करना चाहेगा। दोनों नेताओं के बीच यह बहस लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान हुई जब रॉय ने कहा कि ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली बंगाल सरकार वामपंथी उग्रवाद से निपटने में सफल रही है और उन्होंने पूछा कि क्या केंद्र “पश्चिम बंगाल के उदाहरण” का अध्ययन करना चाहेगा और इसे अन्य राज्यों में लागू करना चाहेगा।
सौगत रॉय के बीच आदान-प्रदान और अमित शाह
रॉय ने कहा, “मेरा सवाल यह है कि पश्चिम बंगाल में माओवादी उग्रवाद खत्म हो चुका है। मैं गृह मंत्री से पूछना चाहता हूं कि क्या वह पश्चिम बंगाल के उदाहरण का अध्ययन करेंगे और क्या वह उसी मॉडल को अन्य राज्यों (माओवादी उग्रवाद से प्रभावित) पर भी लागू करेंगे? क्योंकि वे इसे नियंत्रित करने में सक्षम नहीं हैं।”
सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को अच्छा प्रदर्शन करने वाले राज्यों के मॉडल को लागू करने में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्होंने बंगाल पर निशाना साधा।
शाह ने कहा, “अगर कोई राज्य अच्छा प्रदर्शन करता है, तो मोदी सरकार को पूरे देश में इसे लागू करने में कोई समस्या नहीं है। लेकिन मेरा मानना है कि कोई भी राज्य पश्चिम बंगाल मॉडल को लागू करना पसंद नहीं करेगा।”
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केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच सुरक्षा समेत कई मुद्दों पर टकराव चल रहा है। एक अन्य सवाल के जवाब में शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर में हिंसा में 60 फीसदी से ज्यादा की कमी आई है।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने कहा कि टीएमसी द्वारा बंगाल में अपने प्रयासों को अनुकरणीय ‘मॉडल’ के रूप में वर्णित करना ‘हास्यास्पद’ है। उन्होंने कहा, “इसलिए, टीएमसी द्वारा अपने प्रयासों को अनुकरणीय ‘मॉडल’ के रूप में प्रस्तुत करना न केवल दुस्साहसपूर्ण है, बल्कि हास्यास्पद भी है।”
(पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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