अमृतसर: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को पंजाब में कई स्थानों पर छापेमारी की, जो मार्च 2023 की घटना के संबंध में है, जब खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा के ओटावा में भारतीय उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था।
एनआईए ने 2023 में कनाडा में भारतीय उच्चायोग भवन पर खालिस्तानी समर्थकों द्वारा ग्रेनेड हमले की आशंका के मद्देनजर पंजाब में कई जगहों पर छापेमारी की#आज की ताजा खबर@राष्ट्रीयन्यूजडीएम#एनआईए #पंजाब #कनाडा pic.twitter.com/FfqjFso9eZ
— दैनिक राष्ट्रीय समाचार डिजिटल मीडिया (@NATIONALNEWSDM) 13 सितंबर, 2024
विरोध प्रदर्शन के दौरान, प्रदर्शनकारियों ने भारत विरोधी नारे लगाए, उच्चायोग की चारदीवारी पर खालिस्तानी झंडे बांध दिए और इसके एक प्रमुख सदस्य ने भवन परिसर के अंदर दो ग्रेनेड फेंके।
पंजाब के मोगा, अमृतसर, गुरदासपुर और जालंधर जिलों में आरसी-17/2023/एनआईए/डीएलआई मामले में छापेमारी चल रही है।
कनाडा में भारतीय दूतावास के बाहर खालिस्तानियों का प्रदर्शन और हमलों की जांच के मामले में एनआईए पंजाब में आतंकवादी कर रही है। pic.twitter.com/PJxfbijLkE
-जितेंद्र शर्मा (@capt_ivane) 13 सितंबर, 2024
जून 2023 में दर्ज एनआईए की प्राथमिकी (एफआईआर) के अनुसार, जेल में बंद वारिस पंजाब डे के प्रमुख अमृतपाल सिंह के बहनोई अमरजोत सिंह अमरजोत के नेतृत्व में खालिस्तानी समर्थकों ने 23 मार्च, 2023 को ओटावा स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जिन्होंने भारत विरोधी नारे लगाए, उच्चायोग की चारदीवारी पर खालिस्तानी झंडे बांधे और उच्चायोग भवन परिसर के अंदर दो ग्रेनेड फेंके।
अमरजोत सिंह व अन्य के नेतृत्व में भीड़ के सदस्यों ने गैरकानूनी गतिविधियां भी कीं।
एनआईए ने इस मामले में अमरजोत सिंह के साथ अज्ञात लोगों को भी नामजद किया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पहले 8 जून 2023 को मामला दर्ज किया था।