प्रसिद्ध अभिनेता मुकुल देव का निधन 54 वर्ष की आयु में हुआ है। वह अपने मजबूत अभिनय और फिल्मों के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते थे। जैसे ही उनकी मृत्यु की खबर सामने आई, फिल्म और टीवी उद्योग में शोक की एक लहर चली। मुकुल देव ने बॉलीवुड, पंजाबी और कई क्षेत्रीय भाषा फिल्मों में काम करके अपनी पहचान बनाई थी।
मुकुल देव का शुक्रवार रात 54 वर्ष की आयु में निधन हो गया
मुकुल देव ने शुक्रवार रात को अपना आखिरी सांस ली। उनकी मृत्यु का कारण अभी तक सामने नहीं आया है। उनकी करीबी दोस्त और अभिनेत्री दीपशिखा नागपाल ने सोशल मीडिया पर यह दुखद समाचार साझा किया। उसने इंस्टाग्राम स्टोरी पर मुकुल देव की एक पुरानी तस्वीर पोस्ट की और लिखा, “रिप।”
मुकुल देव की फिल्म यात्रा वर्ष 1996 में टेलीविजन शो ‘मुमकिन’ के साथ शुरू हुई। इस शो में उन्हें देखकर, महेश भट्ट ने उन्हें अपनी फिल्म ‘दस्तक’ में ले लिया, जिसमें वह सुष्मिता सेन और शरद कपूर के साथ दिखाई दिए। इस फिल्म में उनके अभिनय की बहुत सराहना की गई और उसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उन्होंने ‘किला’, ‘वाजूड’, ‘कोह्रम’, ‘मुजे मेरी बीवी से बचाओ’, ‘यामला पगला दीवाना’, ‘सरदार’, ‘आर … राजकुमार’ और ‘जय हो’ जैसी फिल्मों में यादगार किरदार निभाए।
न केवल फिल्मों में, मुकुल देव ने टीवी की दुनिया में अपने लिए एक नाम भी बनाया। उन्होंने ‘घरवाली उपवर्वली’, ‘कुटुम्ब’, ‘कुमकुम’, ‘भाभी’, ‘शाह … फिर कोई है’ जैसे शो में अभिनय किया। वह ‘फियर फैक्टर इंडिया’ के पहले सीज़न के मेजबान भी थे।
मुकुल देव ने पंजाबी फिल्मों में भी शासन किया
वर्ष 2003 में, मुकुल देव ने पंजाबी की फिल्मों की ओर रुख किया और फिल्म ‘हावयिन’ के साथ शुरुआत की। उन्होंने ‘बूरा’, ‘जोरावर’, ‘शारेक’, ‘साका’, ‘जोर 10 नंबरी’ जैसी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने बंगाली, मलयालम, तेलुगु और कन्नड़ सिनेमा में भी अभिनय किया।
सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि
मुकुल देव के निधन के बाद, उनके प्रशंसकों और सहकर्मियों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी। लोग उसकी आत्मा की शांति के लिए उसके अभिनय और प्रार्थना को याद कर रहे हैं। मुकुल देव अब हमारे बीच नहीं हो सकते हैं, लेकिन उनकी कला और यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।