तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में एक पटाखा निर्माण इकाई में हुए भीषण विस्फोट में छह श्रमिकों की मौत हो गई। दुर्घटना तब हुई जब रसायन मिलाया जा रहा था, जिससे कई कमरे पूरी तरह नष्ट हो गए। अग्निशमन और बचाव सेवाएं मौके पर पहुंच गईं और स्थानीय पुलिस ने त्रासदी के कारण की जांच शुरू कर दी है। जब विस्फोट हुआ तब फैक्ट्री के 35 कमरों में 80 से अधिक कर्मचारी मौजूद थे।
नियमित कार्य के दौरान फैक्ट्री में विस्फोट
फैक्ट्री का स्वामित्व अप्पानायकनपट्टी पंचायत के बोम्मयपुरम गांव में बालाजी नाम के व्यक्ति के पास है। विस्फोट उस समय हुआ जब कर्मचारी अपना नियमित काम कर रहे थे। शवों की पहचान वेलमुरुगन, नागराज, कन्नन, कामराज, शिवकुमार और मीनाक्षी सुंदरम के रूप में की गई है, जिनकी जलकर मौत हो गई थी। एक अन्य कर्मचारी को गंभीर चोटों के कारण विरुधुनगर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
विरुधुनगर का पटाखा फैक्ट्री घटनाओं का इतिहास
विरुधुनगर जिले में हाल के वर्षों में कई पटाखा फैक्ट्री विस्फोट हुए हैं। मई 2024 में शिवकाशी के पास सेंगामालापट्टी में विस्फोट के बाद पांच महिलाओं सहित नौ मजदूरों की मौत हो गई। उस घटना में सात भंडारण कक्ष पूरी तरह जलकर खाक हो गये।
इससे पहले, फरवरी 2024 में जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में एक और विस्फोट में दस लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। अक्टूबर 2023 में, रंगपालयम और किचनैकेनपट्टी गाँवों में दो अलग-अलग फ़ैक्टरियों में आग लगने से 14 लोगों की मौत हो गई। इनमें रंगपालयम विस्फोट में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि किचनैकेनपट्टी इकाई में एक कर्मचारी की जान चली गई।