मांड्या, 14 सितंबर — कर्नाटक के मंत्री चालुवरया स्वामी ने आज पुष्टि की कि नागमंगला में हाल ही में गणेश विसर्जन के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ़्तारियाँ की गई हैं। नागमंगला में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए स्वामी ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे उन लोगों के खिलाफ़ आरोप हटा दें जो निर्दोष पाए गए हैं।
स्वामी ने नागमंगला में शांति बैठक के बाद मीडिया को संबोधित किया। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं, लेकिन उनका निर्देश यह सुनिश्चित करना है कि जिन लोगों पर गलत आरोप लगाए गए हैं, उन्हें आरोप पत्र में दोषमुक्त किया जाए।
स्थानीय कांग्रेस नेता राजेश का ज़िक्र करते हुए स्वामी ने स्पष्ट किया कि राजेश हिंसा में शामिल नहीं थे। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि गिरफ़्तारियाँ सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई थीं, जिसमें 500 से ज़्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। स्वामी ने राजेश के बेटे के ख़िलाफ़ की गई कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि जुलूस में राजेश की मौजूदगी ही गिरफ़्तारी का कारण थी।
स्वामी ने नागमंगला में शांति बनाए रखने की आवश्यकता पर भी चर्चा की, खासकर आगामी गणेश चतुर्थी समारोह के दौरान। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों, संगठनों और जनता से शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने में सहयोग करने का आग्रह किया।
स्वामी ने कहा, “हालांकि कुछ राजनीतिक हस्तियां और संगठन बहस जारी रख सकते हैं, लेकिन हमारा ध्यान नागमंगला में सामान्य स्थिति बहाल करने पर है।” “यह घटना एक महत्वपूर्ण क्षण रही है, और हमें अब आगे बढ़ना चाहिए। हमारा लक्ष्य कर्नाटक में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करना है।”
उन्होंने कहा कि हिंसा के पीछे किसी भी अंतर्निहित मकसद को उजागर करने के लिए एक विशेष जांच की जाएगी। नुकसान का आकलन संकलित किया जाएगा और राहत उपायों के लिए सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा। स्वामी ने पीड़ितों को मुआवजा प्रदान करने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी की भी प्रशंसा की।
स्वामी ने मीडिया और जनता से राजनीतिक सनसनी फैलाने से बचने तथा क्षेत्र में शांति बहाल करने के प्रयासों का समर्थन करने का आग्रह किया।