मलेशियाई प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम नई दिल्ली पहुंचे, मंगलवार को मोदी से करेंगे बातचीत

Malaysian PM Anwar Ibrahim Arrives In india narendra modi Malaysian PM Anwar Ibrahim Arrives In New Delhi, To Hold Talks With Modi On Tuesday


मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम रविवार को प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली यात्रा पर भारत पहुंचे। तीन दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे इब्राहिम का स्वागत राज्य मंत्री वी सोमन्ना ने किया।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि इब्राहिम की यात्रा दोनों देशों के बीच बहुक्षेत्रीय सहयोग एजेंडा तैयार करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को अपने मलेशियाई समकक्ष के साथ व्यापक वार्ता करेंगे, जिसके बाद दोनों पक्षों द्वारा भारतीय श्रमिकों की भर्ती सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।

भारतीय श्रमिकों की भर्ती पर समझौते पर हस्ताक्षर करने का निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत से मलेशिया में अवैध आव्रजन और मानव तस्करी दोनों सरकारों की प्रमुख चिंताओं में से हैं।

20 अगस्त को इब्राहिम का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया जाएगा और वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजघाट जाएंगे।

इसके बाद वे प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी मलेशियाई नेता के लिए दोपहर के भोजन का आयोजन करेंगे। बाद में, इब्राहिम का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का कार्यक्रम है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “भारत और मलेशिया के बीच मजबूत ऐतिहासिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंध हैं। प्रधानमंत्री मोदी की 2015 की यात्रा के दौरान हमारे द्विपक्षीय संबंधों को उन्नत रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया।”

इसमें कहा गया है, “दोनों देश अगले वर्ष विस्तारित रणनीतिक साझेदारी के दूसरे दशक में प्रवेश करेंगे, ऐसे में प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की यात्रा भविष्य के लिए बहु-क्षेत्रीय सहयोग एजेंडा तैयार करके भारत-मलेशिया द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगी।”

पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच समग्र संबंध बेहतर हुए हैं।

हाल के वर्षों में मलेशिया के साथ भारत के रक्षा संबंधों में तेज़ी आई है। 1993 में हस्ताक्षरित रक्षा सहयोग समझौता ज्ञापन दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों की आधारशिला है।

पिछले वर्ष जुलाई में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुआलालंपुर का दौरा किया था, जिस दौरान दोनों पक्षों ने 1993 में हस्ताक्षरित भारत-मलेशिया रक्षा सहयोग समझौता ज्ञापन में संशोधन को मंजूरी दी थी।

रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि यह संशोधन आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाने में सहायक होगा।

दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध भी लगातार बढ़ रहे हैं। मलेशिया भारत का 13वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है और भारत मलेशिया के 10 सबसे बड़े व्यापार साझेदारों में से एक है।

2022-23 में दोनों देशों के बीच व्यापार की मात्रा लगभग 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी। प्रधानमंत्री इब्राहिम की नई दिल्ली यात्रा के दौरान दोनों पक्ष कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने वाले हैं।

भारत और मलेशिया राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने की प्रक्रिया में हैं।

दोनों पक्ष 12 वर्ष पुराने व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते की समीक्षा करने की प्रक्रिया भी शुरू कर रहे हैं ताकि इसमें नए डोमेन और मदें शामिल की जा सकें।


मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम रविवार को प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पहली यात्रा पर भारत पहुंचे। तीन दिवसीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे इब्राहिम का स्वागत राज्य मंत्री वी सोमन्ना ने किया।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि इब्राहिम की यात्रा दोनों देशों के बीच बहुक्षेत्रीय सहयोग एजेंडा तैयार करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को अपने मलेशियाई समकक्ष के साथ व्यापक वार्ता करेंगे, जिसके बाद दोनों पक्षों द्वारा भारतीय श्रमिकों की भर्ती सहित कई समझौतों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।

भारतीय श्रमिकों की भर्ती पर समझौते पर हस्ताक्षर करने का निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत से मलेशिया में अवैध आव्रजन और मानव तस्करी दोनों सरकारों की प्रमुख चिंताओं में से हैं।

20 अगस्त को इब्राहिम का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत किया जाएगा और वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए राजघाट जाएंगे।

इसके बाद वे प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी मलेशियाई नेता के लिए दोपहर के भोजन का आयोजन करेंगे। बाद में, इब्राहिम का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने का कार्यक्रम है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “भारत और मलेशिया के बीच मजबूत ऐतिहासिक और सामाजिक-सांस्कृतिक संबंध हैं। प्रधानमंत्री मोदी की 2015 की यात्रा के दौरान हमारे द्विपक्षीय संबंधों को उन्नत रणनीतिक साझेदारी का दर्जा दिया गया।”

इसमें कहा गया है, “दोनों देश अगले वर्ष विस्तारित रणनीतिक साझेदारी के दूसरे दशक में प्रवेश करेंगे, ऐसे में प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम की यात्रा भविष्य के लिए बहु-क्षेत्रीय सहयोग एजेंडा तैयार करके भारत-मलेशिया द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने का मार्ग प्रशस्त करेगी।”

पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच समग्र संबंध बेहतर हुए हैं।

हाल के वर्षों में मलेशिया के साथ भारत के रक्षा संबंधों में तेज़ी आई है। 1993 में हस्ताक्षरित रक्षा सहयोग समझौता ज्ञापन दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों की आधारशिला है।

पिछले वर्ष जुलाई में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुआलालंपुर का दौरा किया था, जिस दौरान दोनों पक्षों ने 1993 में हस्ताक्षरित भारत-मलेशिया रक्षा सहयोग समझौता ज्ञापन में संशोधन को मंजूरी दी थी।

रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि यह संशोधन आपसी हित के क्षेत्रों में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को बढ़ाने में सहायक होगा।

दोनों देशों के बीच व्यापार संबंध भी लगातार बढ़ रहे हैं। मलेशिया भारत का 13वां सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है और भारत मलेशिया के 10 सबसे बड़े व्यापार साझेदारों में से एक है।

2022-23 में दोनों देशों के बीच व्यापार की मात्रा लगभग 20 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी। प्रधानमंत्री इब्राहिम की नई दिल्ली यात्रा के दौरान दोनों पक्ष कई समझौतों पर हस्ताक्षर करने वाले हैं।

भारत और मलेशिया राष्ट्रीय मुद्राओं में व्यापार करने के लिए एक रूपरेखा तैयार करने की प्रक्रिया में हैं।

दोनों पक्ष 12 वर्ष पुराने व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते की समीक्षा करने की प्रक्रिया भी शुरू कर रहे हैं ताकि इसमें नए डोमेन और मदें शामिल की जा सकें।

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