बेंगलुरु, भारत (एपी) — नागमंगला में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा ने कर्नाटक के पुलिस बल में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। राज्य सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत निंबालकर को खुफिया विभाग के लिए नया अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) नियुक्त किया है, जिसे राज्य के पुलिस ढांचे में बड़ा बदलाव बताया जा रहा है।
नागमंगला में हुए दंगों ने पूरे राज्य में तनाव फैला दिया है और अब इसने राजनीतिक आयाम ले लिया है, जिसके चलते सरकार को निर्णायक कदम उठाने पड़े हैं। पुनर्गठन के तहत, शरत चंद्र को उनके कर्तव्यों से मुक्त कर दिया गया है और निंबालकर को खुफिया विभाग का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
हेमंत निंबालकर, जो अपनी पिछली सेवा के लिए जाने जाते हैं, को एक महत्वपूर्ण नियुक्ति के रूप में देखा जा रहा है। उनकी पत्नी अंजलि निंबालकर कांग्रेस की विधायक हैं, जिन्होंने उत्तर कन्नड़ से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इस संबंध ने निंबालकर और कांग्रेस नेताओं के बीच घनिष्ठ संबंधों की धारणा को जन्म दिया है, जिससे उनकी नई भूमिका में राजनीतिक रुचि की एक परत जुड़ गई है।
यह नियुक्ति बढ़ती हिंसा के प्रति राज्य की तत्काल प्रतिक्रिया को दर्शाती है तथा इसका उद्देश्य आगे की अशांति को प्रबंधित करने और कम करने के लिए खुफिया क्षमताओं को मजबूत करना है।
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