1 अक्टूबर, 2024 से कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बदलाव लागू होंगे, जिसका असर पूरे भारत में घरेलू खर्चों और बचत पर पड़ेगा। इन बदलावों में एलपीजी की कीमतों में संशोधन, एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड इनाम कार्यक्रमों में अपडेट, सुकन्या समृद्धि योजना में संशोधन और नए सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) नियम शामिल हैं। अब केवल कुछ ही दिन बचे हैं, यह समझना महत्वपूर्ण है कि ये परिवर्तन रसोई के खर्चों से लेकर आपकी दीर्घकालिक बचत तक, आपके वित्त को कैसे प्रभावित करेंगे।
8 मुख्य बिंदु:
एलपीजी मूल्य परिवर्तन: तेल विपणन कंपनियां 1 अक्टूबर को संशोधित एलपीजी सिलेंडर कीमतों की घोषणा करेंगी। वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमतों में कई बदलावों के बाद, इस बार घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कमी की उम्मीद है, खासकर दिवाली से पहले।
एटीएफ, सीएनजी-पीएनजी दर में संशोधन: एलपीजी के साथ-साथ एयर टरबाइन ईंधन (एटीएफ), सीएनजी और पीएनजी की कीमतों को भी समायोजित किया जाएगा। पिछले संशोधन में एटीएफ की कीमतों में कमी देखी गई थी, और नए महीने में और अपडेट की उम्मीद है।
एचडीएफसी बैंक क्रेडिट कार्ड परिवर्तन: एचडीएफसी बैंक 1 अक्टूबर से अपने क्रेडिट कार्ड लॉयल्टी प्रोग्राम को संशोधित कर रहा है। स्मार्टबाय के माध्यम से ऐप्पल उत्पादों पर रिवॉर्ड पॉइंट रिडेम्पशन प्रति कैलेंडर तिमाही एक उत्पाद तक सीमित रहेगा।
सुकन्या समृद्धि योजना नियम में बदलाव: 1 अक्टूबर से केवल कानूनी अभिभावक ही सुकन्या समृद्धि योजना खाता संचालित कर सकते हैं। यदि कोई खाता प्राकृतिक या कानूनी अभिभावक के अलावा किसी अन्य द्वारा खोला गया था, तो इसे स्थानांतरित किया जाना चाहिए, या खाता बंद किया जा सकता है।
पीपीएफ खाता नियम में बदलाव: पीपीएफ खातों के लिए तीन बड़े बदलाव लागू किए जाएंगे, जिसमें कई खाते रखने वाले व्यक्तियों पर सख्त नियम और नाबालिगों द्वारा खोले गए खातों के लिए परिपक्वता अवधि की गणना में समायोजन शामिल हैं।
वाणिज्यिक एलपीजी कीमतें: प्रमुख शहरों में वाणिज्यिक गैस सिलेंडर की कीमतें आखिरी बार 1 सितंबर, 2024 को संशोधित की गई थीं। इसमें दिल्ली में 39 रुपये की कीमत वृद्धि शामिल थी। 1 अक्टूबर को और अधिक समायोजन की उम्मीद है, जिससे संभावित रूप से घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कमी आएगी।
स्टांप शुल्क और पंजीकरण लाभ: पीपीएफ जैसी कुछ छोटी बचत योजनाएं, अक्टूबर में लागू होने वाले संशोधित नियमों के तहत दीर्घकालिक निवेश के लिए स्टांप शुल्क और पंजीकरण लागत पर राहत प्रदान करेंगी।
मासिक बजट पर प्रभाव: ये सभी परिवर्तन, विशेष रूप से एलपीजी और गैस की कीमतों में, सीधे घरेलू बजट पर प्रभाव डालेंगे। उपभोक्ताओं को जागरूक होना चाहिए और 1 अक्टूबर आते ही उसके अनुसार अपने खर्चों की योजना बनानी चाहिए।