महाकुंभ अग्निकांड: गीता प्रेस शिविर में भीषण आग लग गई महाकुंभ मेला रविवार को प्रयागराज में, लगभग 180 झोपड़ियाँ, पाँच मोटरसाइकिलें और ₹5 लाख की नकदी नष्ट हो गई। सौभाग्य से, कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन दो व्यक्तियों को चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आग ने गीता प्रेस कैम्प को अपनी चपेट में ले लिया
मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में शाम करीब 4 बजे आग लगी, जो एलपीजी सिलेंडर विस्फोट के कारण फैलने से पहले पुआल में लगी। आग तेजी से पास की बांस की झोपड़ियों तक फैल गई, जिससे वे जलकर राख हो गईं। तेज़ हवाओं ने आग को और भड़का दिया, जिससे व्यापक विनाश हुआ।
ट्रस्टी ने बाहरी कारण का आरोप लगाया
गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमका ने कहा कि आग निर्धारित क्षेत्र के बाहर से आई होगी। उन्होंने कहा कि आग से बचने के लिए कड़ी सावधानियां बरती गई थीं, फिर भी आग ने उनकी अच्छी तरह से निर्मित टिन-शेड रसोई सहित सब कुछ नष्ट कर दिया।
विनाश: 180 बांस की कुटिया, 5 मोटरसाइकिलें और ₹5 लाख की नकदी।
चोटें: हरियाणा और सिलीगुड़ी के दो व्यक्ति झुलस गए और उनका इलाज चल रहा है।
वित्तीय प्रभाव: करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, हालांकि कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ।
अग्निशामकों की त्वरित प्रतिक्रिया
15 से अधिक फायर ब्रिगेड टीमों ने आग पर काबू पाने के लिए अथक प्रयास किया, अंततः स्थिति पर काबू पा लिया गया। प्रयासों के बावजूद, आग लगने से भीड़ में अफरा-तफरी मच गई और उपस्थित लोग सुरक्षित स्थानों की ओर भागे।