महाकुंभ 2025: पवित्र शहर प्रयागराज कर रहा मेजबानी महाकुंभ 2025द्वारा अंतरिक्ष से फोटो खींचा गया था नासा अंतरिक्ष यात्री डॉन पेटिट. सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हुए पेटिट ने लिखा, “2025 का महाकुंभ मेला क्षेत्र आईएसएस से रात में चमक रहा है, जो दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा को प्रदर्शित करता है।”
तस्वीरें संगम क्षेत्र की भव्यता को दर्शाती हैं, जहां गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियां मिलती हैं। कार्यक्रम की रोशनी क्षेत्र को अंतरिक्ष से भी शानदार बनाती है, जो त्योहार के आध्यात्मिक महत्व का प्रतीक है।
महाकुंभ को वैश्विक सराहना
दुनिया भर के सोशल मीडिया यूजर्स ने इन तस्वीरों की तारीफ की है। टिप्पणियाँ घटना के पैमाने और विशिष्टता पर प्रकाश डालती हैं:
एक यूजर ने लिखा, “अंतरिक्ष से दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन का नजारा साझा करने के लिए धन्यवाद।”
एक अन्य ने टिप्पणी की, “अंतरिक्ष से देखी गई हमारे हिंदू त्योहार की सुंदरता वास्तव में मंत्रमुग्ध कर देने वाली है। धन्यवाद, नासा।”
महाकुंभ 2025 क्या है?
अवधि: यह आयोजन जनवरी में शुरू हुआ और 26 फरवरी, 2025 को समाप्त होगा।
भीड़: लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, हजारों लोग प्रतिदिन पवित्र स्नान के लिए पहुंचेंगे।
महत्व: महाकुंभ एक हिंदू तीर्थयात्रा है जो हर 12 साल में आयोजित होती है, और यह भारत में चार पवित्र स्थानों के बीच घूमती है। इस वर्ष के आयोजन की मेजबानी प्रयागराज कर रहा है।
भक्तों के लिए विशेष व्यवस्था
सुरक्षा एवं सुरक्षा: प्रशासन ने सुरक्षित तीर्थयात्रा सुनिश्चित करने के लिए सख्त सुरक्षा उपाय लागू किए हैं।
निःशुल्क भोजन सेवाएँ: यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई भी भक्त भूखा न रहे, कई संगठन निःशुल्क भोजन की पेशकश कर रहे हैं।
आगामी मुख्य विशेषताएं: अमृत स्नान और शाही स्नान जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों में बड़ी भीड़ जुटने की उम्मीद है।