ये टेस्ट हर महिला को 40 की उम्र में करवाने की जरूरत होती है।
महिलाएं अपनी सेहत को लेकर ज्यादातर लापरवाह रहती हैं। खासकर शादी के बाद महिलाएं अपने परिवार और बच्चों के लिए सब कुछ छोड़ देती हैं। जो लड़कियां शादी से पहले बिल्कुल फिट होती थीं, वे शादी के बाद बिल्कुल बदल जाती हैं। इसका एक बड़ा कारण महिलाओं में होने वाले हार्मोनल बदलाव हैं। खासकर बच्चा होने के बाद शरीर में कई तरह के बदलाव होने लगते हैं। लेकिन जब तक आप स्वस्थ नहीं होंगे, तब तक आप घर को फिट नहीं रख सकते। अगर आपकी उम्र 30 के आसपास है या 40 की उम्र पार कर चुके हैं तो शरीर में कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं। आपको बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए. आइए जानते हैं कि 40 की उम्र में महिलाओं को कौन से मेडिकल टेस्ट कराने चाहिए।
40 वर्ष से अधिक आयु की प्रत्येक महिला के लिए अनिवार्य चिकित्सा परीक्षण
लिपिड प्रोफाइल और कोलेस्ट्रॉल स्क्रीनिंग- इस परीक्षण में रक्त के नमूने से कोलेस्ट्रॉल की जांच की जाती है। इस टेस्ट को करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर का पता चल जाता है। इससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है. आपको हृदय के लिए ईसीजी भी करानी चाहिए।
सर्वाइकल और स्तन कैंसर की जांच- सर्वाइकल कैंसर की जांच के लिए पैप स्मीयर टेस्ट किया जाता है। आपको 40 की उम्र के बाद यह टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से स्तन परीक्षण कराना न भूलें। इसके लिए आप हर 2-3 हफ्ते में खुद भी टेस्ट कर सकते हैं। अगर आपको स्तन में कोई दर्द या गांठ महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
थायराइड और शुगर टेस्ट- उम्र के साथ थायराइड भी बढ़ता है। इससे शरीर के सिस्टम पर असर पड़ने लगता है. इसलिए 40 की उम्र के बाद आपको डॉक्टर की सलाह से हर साल अपना थायराइड और शुगर टेस्ट करवाना चाहिए।
दृष्टि परीक्षण- जो महिलाएं चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस पहनती हैं उन्हें हर साल अपनी आंखों का परीक्षण करवाना चाहिए। अगर आप चश्मा नहीं पहनते हैं तो हर साल अपनी आंखों की जांच करवाएं। इससे आपकी आंखों की रोशनी के बारे में पता चल जाएगा. जिन लोगों की आंखों की रोशनी अच्छी है उन्हें हर 2 साल में या कोई समस्या आने पर टेस्ट करवाना चाहिए।
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