मैसूर, 13 सितंबर — केपीसीसी प्रवक्ता एम. लक्ष्मण ने मांड्या जिले के नागमंगला में हाल ही में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर आरएसएस, भाजपा और जेडी(एस) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मैसूर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए लक्ष्मण ने दावा किया कि गणेश चतुर्थी जुलूस के दौरान हुई हिंसा इन संगठनों द्वारा रची गई थी।
लक्ष्मण ने नागमंगला में हुई हिंसा को एक पूर्व नियोजित घटना बताया, जिसमें आरएसएस, भाजपा और जेडी(एस) को इस झड़प की साजिश रचने का दोषी ठहराया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके प्रयासों के बावजूद, कांग्रेस सरकार ने इन संगठनों की योजनाओं का सफलतापूर्वक मुकाबला किया है। लक्ष्मण के अनुसार, हिंसा में लगभग 20 हिंदू और 30 मुसलमान शामिल थे, और यह आरएसएस, भाजपा और जेडी(एस) द्वारा एक बड़ी, जानबूझकर की गई योजना का हिस्सा था।
अपने आरोपों के अलावा, लक्ष्मण ने घटना से संबंधित प्रासंगिक दस्तावेज जारी न करने के लिए राज्य के गृह मंत्री की आलोचना की। उन्होंने हिंसा भड़काने वाले कथित भड़काऊ बयान देने के लिए कुछ राजनीतिक हस्तियों की भी निंदा की और मांग की कि उनके खिलाफ गुंडा एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए।
लक्ष्मण की टिप्पणी क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बीच आई है और इसमें हिंसा के कारणों और भड़काने वालों की गहन जांच की मांग की गई है।