सूचना केरल मिशन की एक जांच में एक बड़े घोटाले का खुलासा हुआ है जहां 1,458 राज्य सरकार के कर्मचारी अवैध रूप से समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए सामाजिक कल्याण पेंशन एकत्र करते पाए गए।
केरल पेंशन घोटाला: 1,400 सरकारी कर्मचारियों ने कल्याण निधि का दुरुपयोग किया
सरकारी अधिकारियों द्वारा व्यक्तिगत लाभ के लिए इन पेंशनों का दुरुपयोग किया जा रहा था। इस तरह की घटना ने संबंधित अधिकारियों को चौंका दिया क्योंकि इन सभी लाभार्थियों को बुजुर्ग नागरिक और विधवा लाभ आदि मिल रहे थे। इस प्रकार, जरूरतमंद और भोले-भाले नागरिकों के लाभ के लिए डिज़ाइन किया गया धन महत्वपूर्ण सरकारी पदों पर बैठे भ्रष्ट व्यक्तियों द्वारा ले जाया गया, जिससे इसमें शामिल समग्र राज्य मशीनरी गंभीर रूप से खराब हो गई। .
केरल के वित्त मंत्री ने निष्कर्षों को बेहद परेशान करने वाला बताया है और त्वरित कार्रवाई करने का वादा किया है। घोटाले में शामिल सभी लोगों की पहचान की जाएगी और आरोपियों से गबन की गई धनराशि की वसूली की जाएगी। राज्य सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह यह सुनिश्चित करेगी कि ऐसी धोखाधड़ी प्रथाओं को खत्म किया जाए और सामाजिक कल्याण प्रणाली उन लोगों के लिए सुरक्षित रहे जिन्हें वास्तव में इसकी आवश्यकता है।
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इस रहस्योद्घाटन ने सार्वजनिक आक्रोश फैलाया, और कल्याणकारी लाभों के वितरण में अधिक जवाबदेही और बेहतर निगरानी की मांग की। ऐसी घटना सतर्क रहने की ओर इशारा करती है, ताकि जनता के पैसे का दुरुपयोग न हो, बल्कि जिसे फायदा होना है, उसे पहुंचाया जाए। इस विश्वासघात के दोषी अधिकारियों के खिलाफ आगे भी उठाए जाने वाले कदमों के साथ जांच जारी रहना तय है।