कर्नाटक ने 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया, भारी बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान

कर्नाटक ने 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया, भारी बारिश और तेज हवाएं चलने का अनुमान

बेंगलुरु, 4 सितंबर — कर्नाटक राज्य मौसम विभाग ने भारी बारिश और तेज़ हवाओं के पूर्वानुमान के कारण दस जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। यह अलर्ट ऐसे समय में जारी किया गया है जब राज्य में मौसम में बड़े बदलाव होने की संभावना है, आने वाले दिनों में कई इलाकों में बारिश होने की संभावना है।

विभाग के अनुसार, कर्नाटक के तटीय जिलों, जिनमें दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ शामिल हैं, में भारी बारिश की आशंका है। इन इलाकों में 8 सितंबर तक लगातार बारिश होने की उम्मीद है। इसके अलावा, उत्तरी और दक्षिणी आंतरिक क्षेत्रों के जिले, जैसे बेलगावी, बीदर, कलबुर्गी, यादगीर, चिकमगलुरु, हसन, कोडागु और शिवमोग्गा भी भारी बारिश के पूर्वानुमान के कारण येलो अलर्ट के तहत हैं।

मौसम पूर्वानुमान:

विभाग ने चेतावनी दी है कि इन जिलों में बारिश की तीव्रता बढ़ेगी, हवा की गति संभावित रूप से 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। बेंगलुरु में, निवासियों को हल्की बारिश के साथ बादल छाए रहने की उम्मीद है। तटीय जिलों में लगातार बारिश होने की संभावना है, जबकि चिकमगलुरु में अगले चार दिनों तक बारिश होगी। हसन, कोडागु और शिवमोग्गा में भी इसी अवधि के दौरान लगातार बारिश होगी।

प्रभाव और स्थानीय व्यवधान:

धारवाड़ के कलघाटगी क्षेत्र में भारी बारिश ने पहले ही काफी व्यवधान पैदा कर दिया है। मंगलवार से शुरू हुई और शाम तक जारी रही भारी बारिश से स्थानीय बाजार और व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिससे व्यापारिक गतिविधियां बाधित हुई हैं और विक्रेताओं और ग्राहकों दोनों को असुविधा हुई है।

पड़ोसी राज्यों की स्थिति:

पड़ोसी आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भारी बारिश तेज हो गई है, जिसके कारण बारिश से जुड़ी घटनाओं में 35 लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों से करीब 47,000 लोगों को दूसरी जगह पहुंचाया गया है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार से स्थिति को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने और जरूरी राहत मुहैया कराने का आग्रह किया है।

भारतीय मौसम विभाग ने बुधवार को तेलंगाना के आदिलाबाद, खम्मम और महबूबाबाद जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है। इन क्षेत्रों में व्यापक वर्षा का कारण बंगाल की खाड़ी के ऊपर वायुमंडलीय दबाव में गिरावट है, जिससे मौसम के पैटर्न पर काफी असर पड़ा है।

चूंकि मानसून कर्नाटक और उसके पड़ोसी राज्यों पर प्रभाव डाल रहा है, इसलिए निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम मौसम अलर्ट से अवगत रहें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सावधानी बरतें।

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