बेंगलुरु (आंध्र प्रदेश) – कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने नागमंगला में गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान हाल ही में हुई पथराव की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की कसम खाई है, चाहे उनका धार्मिक जुड़ाव कुछ भी हो।
12 सितंबर को एक ट्वीट में सिद्धारमैया ने हिंसा की निंदा की और इसे सांप्रदायिक शांति और सद्भाव को बाधित करने का जानबूझकर किया गया प्रयास बताया। उन्होंने कहा, “नागमंगला में गणेश विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी की घटना एक शरारतपूर्ण कृत्य है जो सामाजिक शांति और सौहार्द को कमजोर करता है। हम दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, चाहे उनका धर्म कुछ भी हो।”
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि राज्य सरकार इस घटना को अत्यंत गंभीरता से ले रही है। हिंसा के सिलसिले में 50 से अधिक लोगों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। सिद्धारमैया ने सामाजिक व्यवस्था बनाए रखने और शांति सुनिश्चित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने कहा, “इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। हमारी प्राथमिकता समाज में शांति और व्यवस्था बनाए रखना है। हम अपने समुदाय को धार्मिक आधार पर बांटने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे।” उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और उकसावे में न आने का आग्रह किया।
घटना के मद्देनजर पुलिस ने 150 लोगों के खिलाफ धारा 109, 115(2) और 326 समेत कई अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई पीएसआई बीजे रवि द्वारा बीएनएस 2023 फ्रेमवर्क के तहत की गई शिकायत के बाद की गई है।