कलबुर्गी का नवीनतम हनीट्रैप कांड: कैसे व्यवसायी कुटिल योजनाओं में निशाना बनते हैं!

कलबुर्गी का नवीनतम हनीट्रैप कांड: कैसे व्यवसायी कुटिल योजनाओं में निशाना बनते हैं!

कलबुर्गी में स्थानीय व्यवसायी विनोद कुमार खेनी को निशाना बनाते हुए एक चौंकाने वाला हनीट्रैप मामला सामने आया है। कथित तौर पर प्रभु हिरेमठ और राजू लेंगती सहित आरोपी व्यक्तियों ने खेनी को धोखे के जाल में फंसाया, जिससे अंततः ₹34 लाख की चोरी हुई। कहानी तब और गहरी हो गई जब खेनी की जान-पहचान पूजा नाम की एक महिला से हो गई, जिसने झूठे बहाने बनाकर उसे समझौतावादी स्थितियों में फंसाया। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, अधिकारियों ने क्षेत्र में ऐसे घोटालों के बारे में बढ़ती चिंताओं को उजागर करते हुए सात व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।

उभरता हुआ मामला: कलबुर्गी में एक और हनीट्रैप घटना देखी गई है, जिसमें स्थानीय व्यवसायी विनोद कुमार खींची नवीनतम शिकार हैं।

मुख्य आरोप: मुख्य संदिग्ध, प्रभु हिरेमठ और राजू लेंगती पर खेनी को धोखा देने और उससे ₹34 लाख की जबरन वसूली करने का आरोप है।

इसकी शुरुआत कैसे हुई: खेनी की उसके स्टोर पर अक्सर आने वाले ग्राहक हिरेमाथ के साथ बातचीत ने जाल के लिए मंच तैयार किया। हिरेमथ ने खेनी को पूजा से मिलवाया, जिसने सोशल मीडिया के माध्यम से उससे संपर्क शुरू किया।

चालाकी भरी मुलाकातें: प्रारंभिक संचार के बाद, खेनी ने हैदराबाद में पूजा से मुलाकात की, जहां वे अंतरंग बातचीत में लगे रहे, जिसके दौरान पूजा ने गुप्त रूप से आपत्तिजनक तस्वीरें लीं।

ब्लैकमेल योजना: घर लौटने पर, खेनी को हिरेमथ द्वारा इन तस्वीरों का सामना करना पड़ा, जिन्होंने उनका उपयोग नकद, चेक और बैंक हस्तांतरण के लिए ₹34 लाख की राशि के लिए उसे ब्लैकमेल करने के लिए किया।

कानूनी कार्रवाई: खेनी ने आधिकारिक तौर पर कलबुर्गी के स्टेशन बाजार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है, जिससे मामले की व्यापक जांच शुरू हो गई है।

बढ़ती चिंताएँ: यह घटना कर्नाटक में हनीट्रैप योजनाओं की बढ़ती प्रवृत्ति को रेखांकित करती है, जिससे अधिकारियों को बिना सोचे-समझे व्यवसायियों को निशाना बनाने वाली ऐसी धोखेबाज रणनीति के खिलाफ जागरूकता और निवारक उपायों को बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है।

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