रांची/धनबाद: झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षा शनिवार को पूरे राज्य में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। धनबाद में कदाचार के प्रयास की एक रिपोर्ट मिली है।
पुलिस ने परीक्षा के दौरान गड़बड़ी में शामिल होने के संदेह में दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया।
धनबाद के पुलिस अधीक्षक (एसपी) हृदीप पी जनार्दनन ने कहा कि उन्हें झरिया के एक होटल से हिरासत में लिया गया।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “उनके पास से तीन मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड, एक खाली चेक और 21 परीक्षार्थियों की सूची बरामद की गई है, जिसमें उनके नाम और रोल नंबर हैं। यह पता लगाने के लिए पूछताछ जारी है कि क्या वे किसी गड़बड़ी में शामिल किसी गिरोह का हिस्सा हैं।”
निष्पक्ष परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार ने झारखंड सामान्य स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (जेजीजीएलसीसीई) के दौरान सुबह 8 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं।
अगले चरण की परीक्षा के लिए रविवार को प्रतिबंध लागू रहेगा।
सरकारी आदेश के अनुसार, इस अवधि के दौरान फिक्स्ड टेलीफोन लाइनों पर आधारित वॉयस कॉल और ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी चालू रहेगी।
हिरासत में लिए गए दो लोगों में से एक बिहार के जहानाबाद जिले का और दूसरा झारखंड के गोमिया का निवासी है।
जेएसएससी के अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने दावा किया कि राज्य भर में परीक्षा “शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई”।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “राज्य के किसी भी हिस्से से कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं आई और उत्तर पुस्तिकाएं सुरक्षित रूप से स्ट्रांग रूम में पहुंच गईं। कुल मिलाकर परीक्षा सुचारू रूप से संपन्न हुई।”
जेएसएससी के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि यह परीक्षा राज्य के 823 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और शनिवार और रविवार को होने वाली परीक्षा के लिए करीब 6.40 लाख अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था।
जेएसएससी सचिव सुधीर गुप्ता ने पीटीआई-भाषा को बताया, “शनिवार को परीक्षा देने के लिए नामांकित 3.23 लाख उम्मीदवारों में से लगभग 40 प्रतिशत ने पेपर लिखे। रविवार को लगभग 3.17 लाख उम्मीदवारों के पेपर लिखने की उम्मीद है।”
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स पर पोस्ट किया, “मैंने कल की परीक्षा को लेकर भी सख्त निर्देश दिए हैं। किसी भी कीमत पर झारखंड के युवाओं की मेहनत के साथ कोई छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंटरनेट प्रतिबंध को हेमंत सोरेन सरकार द्वारा लगाया गया ‘आपातकाल’ करार दिया।
चौहान ने चतरा के इटखोरी में भाजपा की एक रैली में कहा, “झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करके झारखंड में आपातकाल लगा दिया है।”
(यह रिपोर्ट ऑटो-जेनरेटेड सिंडिकेट वायर फीड के हिस्से के रूप में प्रकाशित की गई है। हेडलाइन के अलावा, एबीपी लाइव द्वारा कॉपी में कोई संपादन नहीं किया गया है।)
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