नई दिल्ली: राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) के प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने रविवार को अपने भतीजे और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के साथ सुलह की किसी भी संभावना से इनकार करते हुए कहा कि अब बहुत देर हो चुकी है।
पीटीआई वीडियोज को दिए साक्षात्कार में पारस ने कहा कि जब उनके बड़े भाई रामविलास पासवान जीवित थे, तब भाइयों के बीच कोई दरार नहीं थी।
चिराग के साथ सुलह की संभावना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, “ऐसा कभी नहीं हो सकता। अभी वह स्थिति नहीं है। अब बहुत देर हो चुकी है।”
उन्होंने कहा, “जब पार्टियां टूटती हैं तो वे एकजुट हो सकती हैं लेकिन जब दिल टूटते हैं तो वे एकजुट नहीं हो सकते।”
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उन्होंने कहा कि परिवार एक था और लोक जनशक्ति पार्टी एकजुट थी लेकिन यह उनका “दुर्भाग्य” था कि रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद परिवार और पार्टी दोनों टूट गए। उन्होंने कहा कि हर कोई जानता है कि पार्टी में विभाजन का कारण क्या था।
पारस ने कहा कि करीब तीन सप्ताह पहले उन्होंने पटना में बिहार भाजपा प्रमुख दिलीप जायसवाल से मुलाकात की थी और उसके बाद उन्हें दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने का मौका मिला।
उन्होंने कहा, ‘‘इस दौरान बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई।’’
रालोसपा अध्यक्ष ने विपक्ष खासकर राजद नेता तेजस्वी यादव और उनकी बहन रोहिणी आचार्य की राजग की एकता संबंधी टिप्पणियों को खारिज करते हुए कहा कि राजग पूरी तरह एकजुट है।
पारस ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूरे देश के सर्वसम्मति से स्वीकृत नेता हैं और वह सभी के हितों की बात करते हैं।
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