डिजिटल डिवाइड को पाटने और बेहतर कनेक्टिविटी के माध्यम से ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने के भारत सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप, इंडस टावर्स लिमिटेड ने वित्त वर्ष 24 में अपने कुल टावरों में से 60 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण भारत में स्थापित किए हैं।
ग्रामीण भारत में डिजिटल विभाजन को पाटने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, इंडस टावर्स लिमिटेड ने बताया है कि वित्तीय वर्ष 2024 में उसके द्वारा स्थापित किए जाने वाले नए टावरों में से 60 प्रतिशत से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किए गए हैं। यह कदम भारत सरकार के उस दृष्टिकोण के अनुरूप है जिसके तहत ग्रामीण समुदायों को बेहतर कनेक्टिविटी के माध्यम से सशक्त बनाया जाना है।
इंडस टावर्स के प्रोजेक्ट डायरेक्टर दिनेश अरोड़ा ने प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन में योगदान देने पर गर्व व्यक्त किया। अरोड़ा ने कहा, “हमें अपने माननीय प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया मिशन में योगदान देने और भारत की डिजिटल रीढ़ बने रहने पर गर्व है। हमारा निरंतर प्रयास बेहतर प्रोजेक्ट प्रबंधन सुनिश्चित करना, सही भागीदार पारिस्थितिकी तंत्र की पहचान करना और दूरसंचार बुनियादी ढांचे की निर्बाध तैनाती के लिए कड़े गुणवत्ता नियंत्रण का पालन करना है।”
इस परियोजना को राजस्थान सर्कल के सीईओ तनवीर सिंह के नेतृत्व में क्रियान्वित किया गया है, जिसमें स्ट्रेटेजिक सोर्सिंग से संदीप गौबा, सप्लाई चेन मैनेजमेंट से अजय अरोड़ा, तथा संचालन एवं रखरखाव से सचिन पाटिल और रामेश्वर भोसले जैसे प्रमुख व्यक्ति शामिल हैं।
इंडस टावर्स का मिशन ‘भारत को पहले स्थान पर रखना’ भारत को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में बदलने के सरकार के उद्देश्य के अनुरूप है। डिजिटल बुनियादी ढांचे के विस्तार, ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच प्रदान करने और प्रौद्योगिकी पहुंच अंतर को पाटने में मदद करने पर जोर दिया गया है। इंडस टावर्स स्वास्थ्य, शिक्षा और कौशल आदि में ऑनलाइन सेवाओं तक बेहतर पहुंच के लिए प्रौद्योगिकी की रीढ़ बनने के लिए प्रतिबद्ध है।
सभी 22 दूरसंचार सर्किलों में फैले लगभग 220,000 दूरसंचार टावरों के पोर्टफोलियो के साथ, इंडस टावर्स देश में सबसे बड़े टावर इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदाताओं में से एक है, जो भारत के डिजिटल परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।