एबीपी लाइव को मिली जानकारी के अनुसार भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेश सेना और संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय करके देश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच भारतीय नागरिकों को सुरक्षित सीमा तक पहुंचाने में मदद की है।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय मिशन ने बांग्लादेश में फंसे नागरिकों को परिवहन और आवागमन के मुद्दों पर सलाह दी तथा भारत के लिए उड़ानों के लिए हवाई अड्डे और एयरलाइनर के साथ समन्वय किया।
भारत ढाका में उच्चायोग के साथ-साथ चटगांव, राजशाही, खुलना और सिलहट में अपने सभी सहायक उच्चायोगों का संचालन जारी रखे हुए है।
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मिशन कंट्रोल रूम ने पिछले दो दिनों में 350 से ज़्यादा कॉल अटेंड की हैं, जबकि देश में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफ़े के बाद हिंसा जारी है। सूत्रों के अनुसार, मिशन ने ज़मीनी सीमाओं के पार परियोजना कर्मियों सहित भारतीय नागरिकों की आवाजाही को भी सुगम बनाया।
इसने इरकॉन खुलना, एलएंडटी, राइट्स, टाटा प्रोजेक्ट्स, एफकॉन्स और ट्रांसरेल सहित कई फर्मों के सदस्यों की यात्रा को सुविधाजनक बनाया।
कई मामलों में, भारतीय कामगार जीवन-संकटपूर्ण स्थितियों में फंसे हुए थे।
मिशन ने परिवहन के बारे में भी सलाह दी तथा अशोका बिल्डकॉन, ट्रांसरेल सिराजगंज, सन फार्मा, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और एनटीपीसी आदि में कार्यरत भारतीय नागरिकों की सुचारू और समय पर आवाजाही के लिए हवाईअड्डा और एयरलाइनर कंपनियों के साथ समन्वय किया।
इसने आव्रजन सहित वाणिज्य दूतावास संबंधी मामलों को भी सुगम बनाया तथा कुछ भारतीय नागरिकों को उनकी यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए आपातकालीन प्रमाण पत्र भी जारी किए।
सूत्रों ने बताया कि भारतीय उच्चायोग ने यह सुनिश्चित किया कि एयरलाइंस अपनी सेवाएं जारी रखें, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि भारतीय नागरिक फंसे नहीं रहें।
बांग्लादेश में हिंसा के छिटपुट मामले जारी हैं और जुलाई के मध्य में शुरू हुए आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों में करीब 560 लोग मारे गए हैं। पिछले हफ़्ते तेज़ हुए विरोध प्रदर्शनों के बाद हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया और अपने शासन के ख़िलाफ़ कई हफ़्तों तक चले छात्रों के उग्र विरोध प्रदर्शनों के बाद देश छोड़कर भाग गईं।
हिंसा के कारण जुलाई में 4,500 से अधिक भारतीय छात्र पहले ही देश छोड़ चुके हैं।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि लगभग 19,000 भारतीय नागरिक अभी भी बांग्लादेश में हैं, जिनमें 9,000 छात्र शामिल हैं।